Damoh News: मां-बाप बच्चों के लिए अपना सबकुछ त्याग देते हैं. बच्चों की जिंदगी बेहतर हो इसके लिए दिन-रात मेहनत करते हैं, बच्चों को अपने पैरों पर खड़े करते हैं, लेकिन जिंदगी के आखिरी पड़ाव में जब उम्र साथ नहीं देती तो यही बच्चे मां-बाप को घर से निकाल देते हैं. यह कोई नई कहानी नहीं है, जमाने से ऐसा ही होता आ रहा है. मध्य प्रदेश के दमोह से एक बार फिर ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां एक बहू ने अपने सास-सुसर को घर से निकाल दिया. 


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तीन दिनों से घर से बाहर हैं बुजुर्ग दंपत्ति 


इस कपकपाती ठंड में आप सिर्फ कल्पना कीजिये कि आपके पास गर्म कपड़े न हो और सर पर छत न हो तो आपका हाल क्या होगा?, कोई भी परेशान हो जाएगा. दमोह के एक बुजुर्ग दंपत्ति पिछले तीन दिन से इसी तरह परेशान हो रहे हैं. दमोह में रहने वाले गोदन सिंह अपनी पत्नी आशा सिंह के साथ पिछले तीन दिनों से एसपी ऑफिस में डेरा जमाए हुए हैं. उन्होंने बताया कि उनकी बहू ने उन्हें घर से निकाल दिया है, जबकि उनका बेटा भी कुछ नहीं कह रहा है. 


बेटे-बहू के नाम की संपत्ति गोदन सिंह ने बताया कि मंजीत नाम का उनका एकलोता बेटा था, जिसकी शादी उन्होंने बड़े धूमधाम से की थी. शादी के बाद जब उम्र ढलने लगी तो सबकुछ बहू और बेटे के नाम कर दिया. लेकिन इसके बाद कलयुगी बहू की नियत ही नहीं बदली बल्कि संवेदनाएं भी मर गई. उसने दोनों बुजुर्गों के साथ मारपीट की और घर से निकाल दिया. ऐसे में अब यह बुजुर्ग दंपत्ति उम्र के आखिरी पड़ाव में दर दर की ठोकरें खा रहे हैं. 


समाजसेवियों ने की मदद 


मामला सामने आने के बाद समाजसेवी और एडवोकेट मनीष नगाइच ने उनकी सुध ली और दमोह एसपी को एक शिकायत दर्ज कराई है. नगाइच के मुताबिक एसपी अपने दफ्तर से निकल गए थे लिहाजा उनके आफिस में शिकायत देने के बाद उनसे बात हुई है और एसपी ने आश्वासन दिया है कि मजबूर लाचार इस वृद्ध दम्पत्ति की शिकायत पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल कुछ समाजसेवियों की मदद से इस बुजुर्ग दम्पत्ति के रुकने खाने का इंतजाम किया गया है. लेकिन यह पूरा मामला फिलहाल शहर में चर्चा में बना हुआ है. 


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