Bhojshala मामले में SC पहुंचा मुस्लिम पक्ष, ASI सर्वे पर रोक लगाने की मांग, आज सुनवाई
Dhar Bhojshala Asi Survey: धार स्थित भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) सर्वे जारी है. आज सर्वे का 11वां दिन है. वहीं आज ही सर्वे को लेकर सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई भी होनी है.
Dhar Bhojshala Asi Survey: धार स्थित भोजशाला का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) सर्वे का आज सोमवार को 11वां दिन है. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने 10वें दिन करीब 9 घंटे भोजशाला के अंदर और बाहर सर्वे किया. इस दौरान टीम ने भोजशाला के पिछले हिस्से में तीन जगह अलग-अलग गड्ढे भी खोदे. इसके अलावा कमाल मौला की मज्जिद के आसपास भी सर्वे किया. वहीं आज सर्वे को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई भी होनी है.
सु्प्रीम कोर्ट में सुनवाई
भोजशाला में हो रहे साइंटिफिक सर्वे पर रोक लगाने की मांग को लेकर कमाल मौला वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष और मुस्लिम समाज पक्षकारों ने फिर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. मुस्लिम पक्ष की याचिका पर आज 1 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा. दरअसल मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में एमपी हाईकोर्ट की इंदौर बेंच के फैसले को चुनौती दी है और भोजशाला में चल रहे सर्वे पर रोक लगाने की मांग की है. अब आज इस याचिका पर जस्टिस ऋषिकेश रॉय और जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा की बेंच सनुवाई करेगी.
जानकरी के आपको MP हाईकोर्ट की इंदौर बेंच के आदेश के बाद 22 मार्च से धार भोजशाला में ASI का सर्वे जारी है. अदालत ने फैसले में कहा था कि कार्बन डेटिंग विधि द्वारा एक विस्तृत वैज्ञानिक जांच की जानी चाहिए, जिससे जमीन के ऊपर और नीचे दोनों तरह की संरचना कितनी पुरानी है, उनकी उम्र का पता लगाया जा सके. कोर्ट ने ये भी कहा था कि सर्वे के दौरान हिंदू और मुस्लिम दोनों पक्ष मौजूद रहना चाहिए. इस मामले में इंदौर की बेंच में अब 29 अप्रैल को सुनवाई होगी.
मुस्लिम पक्षकार ने कहीं बड़ी बात
मुस्लिम समाज की ओर से पक्षकार और मौलाना कमाल वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष याचिकाकर्ता अब्दुल समद ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में सर्वे को रोकने के लिए याचिका लगाई है. उन्होंने कहा कि हमने माननीय उच्चतम न्यायालय में एफिडेविट के माध्यम से जो भी पॉइंट है, उन्हें लेकर हमारे वकील सलमान खुर्शीद के माध्यम से माननीय सुप्रीम कोर्ट के पटल पर पेश किया है.
पहला बिंदु- हिंदू पक्ष ने उस अंतरिम आवेदन पर आर्डर पास करवा लिया कि हमारा जो अधिकार है, पूजा का वह कहीं ना कहीं उसका हनन हो रहा है. अब ये कंडीशन तो मुस्लिम समाज पर भी लागू होता है, क्योंकि हम भी इस देश के नागरिक है. अगर आप (हाईकोर्ट) एक याचिका पर यह निर्धारित कर देंगे तो इसलिए अदालत का सिविल सूट का और मालिकाना हक का जो जाया हो रहा उसका क्या होगा? हमें भी नमाज का अधिकार है. इसी को लेकर हम सुप्रीम कोर्ट में गए हैं.
दूसरा बिंदु- साल 1902-1903 में जो सर्वे हुआ था, उसको मान्य किया जाए. इसको लेकर माननीय उच्चतम न्यायालय में याचिका लगाई गई है. जिस पर आज सुनवाई होना है.
हमें उम्मीद है कि हमें न्याय मिलेगा. 2003 के बात गौशाला के अंदर जो गतिविधियां हुई है, उसको भी हमने नोट डाउन करवाया है. साल 1902-1903 में जो सर्वे हुआ था, उसको मान्य किया जाए. इसको लेकर माननीय उच्चतम न्यायालय में याचिका लगाई गई है. जिस पर आज सुनवाई होना है.
भोजशाला में 10वें दिन का ASI सर्वे खत्म, कमाल मौला वेलफेयर सोसाइटी ने की सर्वे रोकने की मांग
अबतक क्या क्या हुआ
- भोजशाला कों अंदर बाहर नापा गया मतलब लम्बाई चौड़ाई का मेजरमेंट मिलाया गया
- भोजशाला के अंदर बाहर से मिट्टी के सेम्पल लिए गए
- खुदाई करके निकाले गए पत्थरो के सेम्पल लिए गए जिससे भोजशाला की उम्र पता की जा सके
- कार्बन डेटिंग की गई
- भोजशाला के अंदर मौजूद पत्थरो पर मौजूद कलाकृतियों कों रिकॉर्ड किया उनके सबूत लिए
- भोजशाला के बाहरी हिस्से में अबतक 3 गड्डे खोदे गए, एक गड्डे की गहराई 12 फ़ीट से अधिक है. गड्डे से मिट्टी और पत्थर निकाले गए वही गड्डे की लम्बाई चौड़ाई गहराई बढ़ाई जा रही है.
- भोजशाला की नींव की खुदाई की जा रही जिससे भोजशाला की उम्र का पता चल सके.
- नींव की खुदाई तक जाने के लिए सीढ़ियों का इस्तेमाल किया जा रहा है.
- भोजशाला के बाहर कमाल मौला मज्जिद तक मार्किंग की गई, वहां सर्वे भी किया जा रहा.
- भोजशाला के बाहर कब्रिस्तान के सामने भी मार्किंग की गई.
- भोजशाला की छत कों नापा गया
- ASI की सर्वे टीम में 9 एक्सपर्ट और बड़े अब कुल 25 सदस्यों की टीम हो चुकी है.
- SSP लगातार सुरक्षा व्यवस्था कों लेकर भोजशाला का निरिक्षण कर रहे है.
- आज सुबह 8 बजे से 11वें दिन का दिन का सर्वे करेगी टीम.
- भोजशाला के बाहर अतिरिक्त पुलिसबल तैनात किया गया है.
रिपोर्ट- कमल सोलंकी