नई दिल्लीः चावल हमारी डाइट का अहम भाग है. पूरी दुनिया की करीब आधी जनसंख्या चावल का सेवन करती है खासकर एशिया में चावल खाने वाले लोगों की तादाद बहुत ज्यादा है. ऐसे में अगर किसी व्यक्ति को डायबिटीज हो जाती है तो क्या वह चावल का सेवन कर सकता है? क्या चावल के सेवन से उसकी शुगर बढ़ जाएगी?  तो आइए जानते हैं इनके जवाब-


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डायबिटीज को अगर कंट्रोल ना किया जाए तो इससे किडनी, फेफड़ों, दिल और आंखों को नुकसान पहुंच सकता है. ऐसे में डायबिटीज का कंट्रोल रहना बेहद जरूरी है. डायबिटीज के मरीजों को अपनी डाइट में कार्बोहाइड्रेट और ग्लाइसेमिक इंडेक्स को मॉनिटर करना होता है. अगर ये दोनों चीजें कंट्रोल में रहेंगी तो इससे डायबिटीज के मरीजों का शुगर लेवल भी कंट्रोल में रहेगा. चावल में भरपूर मात्रा में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है, साथ ही इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी ज्यादा होता है लेकिन इसके बावजूद शुगर के मरीज चावल खा सकते हैं! हालांकि बहुत ज्यादा मात्रा में चावल का सेवन करना सही नहीं है लेकिन थोड़ी-थोड़ी मात्रा में चावल का सेवन किया जा सकता है. 


विशेषज्ञों के अनुसार, डायबिटीज के मरीजों को एक डाइट में 45-60 ग्राम ही कार्बोहाइड्रेट लेना चाहिए. इस मात्रा में आप चावल, कोई फल आदि कुछ भी खा सकते हैं. ब्राउन राइस का सेवन ज्यादा बेहतर होता है क्योंकि इनमें ज्यादा फाइबर और पोषक तत्व होते हैं. साथ ही यह विटामिन का भी स्त्रोत होता है. साथ ही डायबिटीज के मरीज इस बात का ध्यान रखें कि चावल को बहुत ज्यादा पकाकर नहीं खाना है क्योंकि चावल को ज्यादा पकाने से उसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स बढ़ सकता है और इससे डायबिटीज के मरीजों की शुगर बढ़ सकती है. 


डायबिटीज के मरीजों को एक बार में बस आधा कप या फिर 15 ग्राम के करीब ही चावल खाना चाहिए. इससे वह चावल का स्वाद भी ले सकेंगे और उनका शुगर भी ज्यादा नहीं बढ़ेगा. जिन लोगों को डायबिटीज  नहीं है लेकिन उन्हें खतरा है, उन्हें भी अपनी डाइट में चावल को कम मात्रा में शामिल करना चाहिए.