Ujjain और Omkareshwar के लिए हेलिकॉप्टर सर्विस शुरू, जानें कितना है किराया, कैसे होगी बुकिंग
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के दोनों ज्योतिर्लिंग उज्जैन और ओंकारेश्वर के लिए हेलीकॉप्टर सेवा शुरू हो गई है. अब श्रद्धालु समय की बचत के साथ दोनों ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर पाएंगे. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने रविवार को पहला हेलिकॉप्टर रवाना किया.
MP News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने रविवार को उज्जैन पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में पीएम श्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा का शुभारंभ किया. सीएम ने हरि झंडी दिखाकर पहली हवाई यात्रा को रवाना किया. सबसे पहले टिकट बुक करने वाले मुम्बई के दम्पत्ति ने पहले सफर किया. दोनों हेलिकॉप्टर को उज्जैन से हरी झंडी दिखाने के पहले मुख्यमंत्री ने हेलीकॉप्टर की पूजा अर्चना की.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन में एयरपोर्ट बनेगा. यहां भारत सरकार ने जमीन मांगी है. अगर जगह मिल गई तो यह घट्टिया तहसील क्षेत्र के नरवर क्षेत्र में बनाएंगे. एयर टैक्सी शुरू हो गई है. उन्होंने बताया कि आने वाले समय में यहां से 12 ज्योतिर्लिंग की यात्रा को जोड़ेंगे. वर्तमान में दो यात्री के लिए आने वाले दिनों में 16-16 यात्रियों के लिए हेलिकॉप्टर की सुविधा मिलेगी. इस सेवा से समय की बचत होगी. आने वाले समय में इस सर्विस से बगलामुखी दतिया और मैहर माता धाम को भी जोड़ा जाएगा.
कितना है किराया
हेलिकॉप्टर से यात्रा के लिए इंदौर-उज्जैन और ओंकारेश्वर का एक तीर्थ सर्किट बनाया गया है. इसके आधार पर श्रद्धालु एक साथ दोनों ही ज्योतिर्लिंगों के दर्शन कर सकेंगे. इसके लिए श्रद्धालुओं को 12524 रुपए किराया देना होगा. इंदौर से ओंकारेश्वर का किराया करीब 5274 रुपये के करीब है. इंदौर से उज्जैन का किराया करीब 4524 रुपये रखा गया है. फिलहाल कंपनी 8-8 सीट के 2 हेलिकॉप्टर लगाए हैं. अगले महीने से 16 सीटर हेलिकॉप्टर भी उपलब्ध होगा. यात्री इसके लिए सर्ब एविएशन और IRCTC से बुकिंग करा सकते हैं.
इंदौर कार्यक्रम में शामिल हुए सीएम
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव नगर निगम के जल दान के समापन के कार्यक्रम में पहुंचे. मीडिया से बात करते हुए कहा कि 5 जून से 16 जून तक जल गंगा संरक्षण अभियान कार्यक्रम चलाया गया था. इसी के तहत इंदौर नगर निगम ने 115 कुएं , 3 तालाब और 15 से ज्यादा बावड़ियो पर काम किया है और यह आगे भी जारी रहेगा. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि हम पूरे देश में 5 करोड़ 5 लाख पेड़ लगाएंगे. इसमें से 51 लाख पेड़ अकेले इंदौर में लगाए जाने हैं. इसके साथ ही यहां एक हेल्थ चेकअप का अभियान चलाया गया.