`गोडसे समर्थक` कांग्रेस में हुए थे शामिल, अब हिंदू महासभा ने राहुल गांधी को लिखा पत्र, की ये मांग
बाबूलाल चौरसिया के कांग्रेस में शामिल होने के बाद हिंदू महासभा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को एक पत्र लिखा है.
ग्वालियरः ग्वालियर (gwalior) में हिंदू महासभा (hindu mahasabha) के नेता बाबूलाल चौरसिया (babulal chaurasia) के कांग्रेस (congress) में शामिल होने का मामला गरमाता जा रहा है. हिंदू महासभा ने इस मामले में कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. हिंदू महासभा के नेताओं ने बाबूलाल चौरसिया को कांग्रेस में शामिल किए जाने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी (rahul gandhi) को पत्र लिखा है. पत्र के जरिए हिंदू महासभा ने राहुल गांधी से कांग्रेस पार्टी का नाम बदलने की बात कही है.
हिंदू महासभा ने राहुल गांधी को लिखा पत्र
हिंदू महासभा ने राहुल गांधी को जो पत्र भेजा है उसमें लिखा है कि वे अपनी पार्टी का नाम बदलकर "गोडसेवादी कांग्रेस" रख ले. क्योंकि अब कांग्रेस पार्टी में कोई भी आम नागरिक शामिल नहीं हो चाहता है. इसलिए उन्होंने बाबूलाल चौरसिया को शामिल करवाया है.
दरअसल, ग्वालियर में हिंदू महासभा के पूर्व नेता बाबूलाल चौरसिया पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ (kamal nath) की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए हैं. दरअसल, ग्वालियर में बीते नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस से टिकट न मिलने के बाद बाबूलाल चौरसिया हिंदू महासभा में शामिल हो गए और ग्वालियर नगर-निगम के वार्ड-44 से हिंदू महासभा के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल भी की. खास बात यह है कि उनका नाम तब भी चर्चा में आया था, जब ग्वालियर में नाथूराम गोडसे का मंदिर बनाए जाने का मामला सामने आया था. लेकिन बाबूलाल चौरसिया अब फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए है.
कांग्रेस में उठे विरोध के स्वर
वहीं बाबूलाल चौरसिया के कांग्रेस में शामिल होने पर पार्टी में ही विरोध के स्वर उठ रहे हैं. कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव (arun yadav) ने बाबूलाल चौरसिया को कांग्रेस में शामिल किए जाने पर सवाल खड़े किए हैं. अध्यक्ष अरुण यादव ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने ट्वीट किया, ''बापू हम शर्मिंदा हैं...!'' उन्होंने इस ट्वीट में कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल के साथ ही राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, दिग्विजय सिंह को टैग किया है. हालांकि अरुण यादव ने वर्तमान पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ को अपने ट्वीट में टैग नहीं किया है, जिसके अलग सियासी मायने निकाले जाने लगे हैं.
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मुझे पता नहीं था वह गोडसे की मूर्ति है: बाबूलाल
उधर, हिंदू महासभा में रहते हुए नाथूराम गोडसे की पूजा करने वाले बाबूलाल चौरसिया ने सफाई दी है कि 2017 में मुझे धोखे में रखकर गोडसे की मूर्ति पर जल चढ़वाया गया था. मुझे नहीं पता था कि वह मूर्ति गोडसे की थी. बाद में पता चला कि गोडसे का मंदिर बना रहे हैं. मैं कांग्रेसी हूं, मेरी घर वापसी हुई है.'' हिंदू महासभा ने बाबूलाल के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि क्या वह बच्चे हैं, जो धोखे में थे? हर कार्यक्रम में भगवा टोपी पहनकर घूमते फिरते थे. नाथूराम गोडसे मंदिर की प्लानिंग में भी वह शामिल थे.
लेकिन अब हिंदू महासभा ने इस मुद्दे पर कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को पत्र लिखकर उन्हें पार्टी का नाम बदलने की सलाह दी है. ऐसे में यह माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में यह मुद्दा और गरमा सकता है.
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