भोपालः शिवराज सरकार को समर्थन कर रहे निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा अचानक कांग्रेस कार्यालय पहुंचे, उन्होंने प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश संगठन प्रभारी चंद्रशेखर प्रभाष शेखर से कुछ देर तक बातचीत की और वापस निकल गए. इस दौरान जब उनसे शिवराज सरकार में मंत्री बनाए जाने का सवाल किया, तो शेरा ने कहा अब मंत्री बनना मुश्किल है. 


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निजी काम से आया था
निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा से जब कांग्रेस कार्यालय पहुंचने पर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि निजी काम से कांग्रेस दफ्तर गया था. संगठन प्रभारी चंद्रशेखर से चर्चा करनी थी. इसलिए उनसे कुछ देर बातचीत की है. शेरा करीब 15 से 20 मिनट प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में रहे और वापस निकल गए. लेकिन अचानक उनके कांग्रेस कार्यालय में पहुंचने से राजनीतिक गलियारों में एक बार फिर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. 


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मंत्री बनना अब मुश्किल हैः शेरा 
सुरेंद्र सिंह शेरा ने कहा कि अब मंत्री बनना मुश्किल है. क्योंकि फिलहाल मंत्री बनने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे. हाल ही में मंत्रिमंडल के विस्तार में केवल दो विधायकों को मंत्री बनाया गया है. जो पहले भी मंत्री थे. ऐसे में अब आने वाले समय में फिलहाल तो मंत्रिमंडल विस्तार की कोई संभावना नहीं है. इसलिए अब अपने क्षेत्र के विकास पर फोकस कर रहा हूं. 


पहले कमलनाथ का सहयोग मिला अब शिवराज का मिल रहा है
सुरेंद्र सिंह शेर ने कहा कि जब वे कमलनाथ सरकार को समर्थन कर रहे थे, तब उन्हें कमलनाथ का पूरा समर्थन मिल रहा था. अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भी पूरा समर्थन मिल रहा है. जबकि प्रदेश सरकार के मंत्रियों से भी वे लगातार मुलाकात करते रहते हैं जिससे क्षेत्र में विकास कार्य स्वीकृत कराने में मंत्री भी उनका पूरा सहयोग करते हैं. इसलिए इस वक्त अपने विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्य कराए जाने पर उनका पूरा फोकस है. 


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कौन है सुरेंद्र सिंह शेरा 
सुरेंद्र सिंह शेरा बुराहनपुर विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक हैं. उन्होंने 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस को हराया था. सुरेंद्र सिंह शेरा कांग्रेस में शामिल थे. लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव में टिकिट नहीं मिलने की वजह से वे निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे और जीत दर्ज की. 2018 में जब कमलनाथ सरकार बनी तो उन्होंने कांग्रेस को समर्थन किया था. लेकिन जैसे ही शिवराज सरकार की वापसी हुई तो उन्होंने बीजेपी को समर्थन दिया है. खास बात यह है कि सुरेंद्र सिंह शेरा दोनों ही सरकारों में खुद को मंत्री बनाए जाने की मांग करते रहे हैं. हालांकि अब तक उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया है. 


शेरा मूलरूप से कांग्रेसी हैंः बीजेपी विधायक 
वहीं जब निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा के कांग्रेस कार्यालय जाने पर पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक रामपाल सिंह राजपूत से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि सुरेंद्र सिंह शेरा वह मूल रूप से कांग्रेसी हैं उनका पूरा परिवार कांग्रेस से जुड़ा है. लेकिन इस वक्त वे बीजेपी सरकार को समर्थन कर रहे हैं. बीजेपी को सुरेंद्र सिंह शेरा के कांग्रेस दफ्तर जाने से कोई चिंता नहीं है. रामपाल सिंह राजपूत ने कहा कि सरकार के पास पूरे नंबर है बहूमत शिवराज सरकार के साथ हैं.


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