नई दिल्लीः आप सभी ने बादलों को देखा होगा. आम दिनों में ये बादल सफेद रुई जैसे दिखते हैं लेकिन बारिश से पहले यही बादल काले रंग के दिखाई देते हैं. हैं ना! अब आप भी सोचने लगे ना कि ऐसा क्यों होता है? तो आज हम आपको इसके पीछे का विज्ञान बताते हैं कि सफेद बादल बारिश से पहले काला क्यों दिखाई देता है लेकिन पहले आपको जानना होगा कि बादल क्या होता है?


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बादल क्या होते हैं?
बादल पानी और बर्फ के बेहद सूक्ष्म कणों का  ग्रुप होता है. जो कि गर्मी के चलते बनते हैं. जैसे पानी गर्म करने पर जो भाप उठती है, उसी तरह गर्मी होने पर समुद्र, नदी, नालों के पानी की बूंदे भाप बनकर ऊपर उठती है. ऊपर जाकर पानी की ये बूंदें ठंडी हो जाती है और बादल बन जाते हैं.  पानी के ये सूक्ष्म कण एक मिलीमीटर के 100वें हिस्से के बराबर होते हैं और एक क्यूबिक मीटर हवा में करीब 100 मिलियन पानी के कण होते हैं. ये कण हवा में तैरते रहते हैं और बेहद छोटे होने के कारण-31 डिग्री सेल्सियस तापमान तक भी लिक्विड बने रहते हैं. जब सूरज की रोशनी इन पर पड़ती है तो ये सफेद रंग के बादल के रूप में दिखाई देते हैं.


बारिश से पहले काले कैसे हो जाते हैं बादल?
दरअसल बारिश से पहले बादलों के काले रंग के दिखाई देने के पीछे सूरज की रोशनी ही है. गर्मी के चलते तेजी से समुद्र, नदियों का पानी भाप बनकर तेजी से ऊपर उठता है और बादलों में पानी भर जाता है. अब चूंकि बादल में पानी की मात्रा ज्यादा हो गई है तो बादल का घनत्व बढ़ जाता है और इसके चलते सूरज की रोशनी बादलों के आर-पार नहीं जा पाती. इसके चलते ही बादल काले दिखाई देते हैं. 


हालांकि अगर हवाई जहाज में बैठकर जब बादलों को देखते हैं तो आपको बादल हमेशा सफेद ही दिखाई देंगे क्योंकि ऊपर से बादलों पर सूरज की रोशनी तो पड़ रही है लेकिन वह पानी के चलते आरपार नहीं हो पाती और बादल नीचे से काले दिखाई देते हैं.