भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्वास्थ्य सुविधाएं जैसे ऑक्सीजन, बेड, दवाईयां आदि चीजों की किल्लत देखने को मिल रही है. ऐसे में भोपाल के जावेद खान ने खुद के पैसों से अपने ऑटो को एंबुलेंस में तब्दील कर दिया था, और ऑटो में ऑक्सीजन सिलेंडर लगाकर लोगों को फ्री ऑक्सीजन दे रहे थे और मदद कर रहे थे. लेकिन आज शनिवार को भोपाल पुलिस ने उसी जावेद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी.


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Real Hero: कोरोना काल में जरूरतमंदों के लिए 'फरिस्ता' बना यह ऑटो ड्राइवर, काम जानेंगे तो आप भी सलाम करेंगे
 
मदद करने आयुष्मान अस्पताल जा रहे थे
बता दें कि जावेद खान पर छोला पुलिस ने कार्यवाही कर धारा 188 के तहत FIR दर्ज की है. वह किसी की मदद करने आयुष्मान हॉस्पिटल जा रहे थे. जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिस कहते दिख रही है कि ऑटो में सिलेंडर रखने की इजाजत नहीं है. सूत्रों की माने तो डीआईजी के निर्देश पर पुलिस ने जावेद को छोड़ दिया. 


ऑटो एंबुलेंस में ऑक्सीजन की सुविधा भी
गौरतलब है कि कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते लोगों को ऑक्सीजन (Oxygen) आसानी से नहीं मिल पा रही है. ऐसे में मरीज बिना परेशानी के अस्पताल पहुंच सके, इसके लिए बाकायदा ऑटो रिक्शा एंबुलेंस में ऑक्सीजन सपोर्ट भी दिया गया है.


मरीजों को मुफ्त में अस्पताल पहुंचाते है जावेद
जावेद रमजान के महीने में रोजा रखते हुए भोपाल के जरूरतमंदों को अपने ऑटो एंबुलेंस के जरिए मुफ्त में अस्पताल तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं. ऐसी छोटी-छोटी कोशिशें ही कोरोना को हराने में बड़ी मदद साबित हो रही हैं. 


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लोगों की जान बचाने बेचे गहने
जावेद अपने पैसों से ऑक्सीजन का सिलिंडर भराते हैं. इसमें उन्हें 3-4 घंटों का समय लगता है और हर बार 600 रुपये खर्च होते हैं. पैसे कम न पड़ें, इसके लिए उनकी पत्नी ने अपनी सोने की चेन उन्हें दे दी. जावेद कहते हैं कि उन्हें उधार लेकर ये काम करना पड़े तो भी उन्हें कोई दुख नहीं होगा.


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