बैंक खाते को Aadhaar से लिंक करने के लिए क्यों कहा जाता है, जानिए वजह
आधार कार्ड को लेकर आपके मन में हमेशा सवाल आता होगा कि बैंक खाते को आधार से लिंक करने के लिए ही क्यों कहा जाता है?
Aadhaar Bank Account Linking: आधार कार्ड हमारा सबसे महत्वपूर्ण सरकारी दस्तावेज में से एक है. आधार कार्ड का इस्तेमाल स्कूल में बच्चों के एडमिशन से लेकर तमाम सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए जरूरी है. आधार कार्ड भारत में एक वैध पहचान प्रमाण-पत्र माना जाता है. यहीं वजह है कि भारत सरकार ने आधार कार्ड के डिजिटल प्रारूप को भी वैध माना है. आधार कार्ड को जारी करने वाली संस्था यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआईडीएआई) है.
लेकिन आधार कार्ड को लेकर अक्सर लोगों के मन में कई तरह के सवाल मन में आते होंगे कि हर जगह आधार ही क्यों मांगा जाता है, या एक ऐसा सवाल कि हमेशा बैंक खाते को आधार से लिंक करने के लिए क्यों कहा जाता है? तो इसका जवाब यूआईडीएआई ने दिया है, इनके मुताबिक बैंक में आधार इसलिए मांगा जाता है ताकि आपके खाते की सुरक्षा हो सकें.
आपकी अकाउंट की पूरी सुरक्षा करेगा आधार
दरअसल अकाउंट होल्डर्स के लिए आइडेंटिटी को वेरिफाई कराना जरूरी है और ऐसा सिर्फ आधार लिंकिंग के जरिए होता है. आधार लिंक कराने के बाद यह स्पष्ट हो जाता है कि आपके अकाउंट का इस्तेमाल कोई धोखेबाज, अपराधी या मनी लॉन्ड्रर्स तो नहीं कर रहा. ऐसे में आधार लिंक के बाद अकाउंट के वेरिफाई होने के बाद अगर कोई धोखे से आपके खाते से पैसे निकालता है तो उसे पकड़ना काफी आसान होगा. इसलिए अकाउंट आधार से जुड़ने के बाद यह औऱ भी सुरक्षित हो जाएगा.
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क्या आधार लिंक के बाद सेंध लगाई जा सकती है ?
अब आपके मन में इस पढ़कर जरूर सवाल आया होगा कि आधार नंबर के लीक होने से बैंक खाते में सेंध लगाई जा सकती है क्या? तो आधार कार्ड जारी करने वाली संस्था यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) के मुताबिक ऐसा संभव नहीं है. जिस तरह आपके मोबाइल नंबर के जरिए आपके बैंक खाते में सेंध नहीं लगा सकता उसी तरह आधार नंबर से भी बैंक में सेंध नहीं लगाई जा सकती. क्योंकि इसके लिए नेट बैंकिंग, पासवर्ड, ओटीपी आदि की जरूरत होती है.
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