मध्य प्रदेश में 1 अप्रैल से होने जा रहा यह बड़ा बदलाव, सबको पड़ती है इसकी जरूरत, जानें
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मध्य प्रदेश में 1 अप्रैल से होने जा रहा यह बड़ा बदलाव, सबको पड़ती है इसकी जरूरत, जानें

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (Madhya Pradesh Madhya Kshetra Vidyut Vitran Co. Ltd.) आगामी 1 अप्रैल से अपने  सभी कैश काउंटर (बिल भुगतान केंद्र) बंद कर रही है. 

सांकेतिक तस्वीर.

भोपाल: मध्य प्रदेश में आगामी 1 अप्रैल से एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है. दरअसल, मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (Madhya Pradesh Madhya Kshetra Vidyut Vitran Co. Ltd.) आगामी 1 अप्रैल से अपने  सभी कैश काउंटर (बिल भुगतान केंद्र) बंद कर रही है. अब MPMKVVCL उपभोक्ताओं को ऑनलाइन ही बिल जमा करना होगा. इसके लिए विद्युत वितरण कंपनी प्रत्येक बिल भुगतान पर 5 से 20 रुपए तक छूट भी देगी.

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इन विकल्पों से कर सकते हैं बिल का भुगतान
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी मीटर रीडर के जरिए बिजली बिल कलेक्शन को फिलहाल रोक रही है. उपभोक्ता बिजली बिल का पेमेंट एमपी ऑनलाइन कॉमन सर्विस सेंटर, एटीपी मशीन, कंपनी के पोर्टल पर नेट बैंकिंग, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, यूपीआई के जरिए या अन्य मोबाइल ऐप से कर सकेंगे. कोरोनाकाल में ऑनलाइन भुगतान का चलन बढ़ गया. अब बिल भुगतान केंद्र पर आने वाले उपभोक्ताओं में ज्यादातर एटीपी मशीन से ही बिल भरते हैं. 

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कैश काउंटर्स के कर्मचारी दूसरे कामों में लगेंगे
इसे देखते हुए MPMKVVCL ने अपने सभी कैश काउंटर बंद करने का फैसला किया है. कंपनी की मानें तो बिजली बिल भुगतान केंद्रों पर काम कर रहे कर्मचारियों के पास काम नहीं है, क्योंकि उपभोक्ता कैशलेस भुगतान को प्राथमिकता दे रहे हैं. यह एक अच्छा कदम भी है. चूंकि बिजली वितरण कंपनी में दूसरे कामों के लिए कर्मचारियों की कमी है, इसके चलते कैश काउंटर्स को बंद कर यहां के कर्मचारियों को डायवर्ट करने का फैसला किया गया है.

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मीटर रीडर को न करें बिजली बिल का भुगतान
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने एमपी ऑनलाइन, कॉमन सर्विस सेंटर, एटीपी मशीन, कंपनी के पोर्टल सहित ऑनलाइन भुगतान के लिए बाजार में मौजूद अन्य विकल्प भी उपलब्ध कराए हैं. इसके अलावा चिह्नित स्थानों पर चयनित एजेंसियों को ऑनलाइन भुगतान के लिए अधिकृत किया जा रहा है. कंपनी ऑनलाइन भुगतान के अन्य विकल्पों पर भी विचार कर रही है. कंपनी ने साफ कहा है मीटर रीडर को बिल का भुगतान न करें. ऐसा कोई व्यक्ति बिल राशि लेने आए तो उससे आईडी कार्ड मांगें और उसका फोटो खींचकर रखें.

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