MP Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे से 3 दिन पहले 30 नवंबर को शिवराज कैबिनेट की बैठक बुलाई गई है. इस बैठक को लेकर कयासबाजी शुरू हो गई है, क्योंकि ये मीटिंग बिना कोई एजेंडे की बुलाई गई है. इससे पहले सीएम हाउस में 4 अक्टूबर को कैबिनेट बैठक हुई थी. बैठक मंत्रालय में सुबह 11.30 बजे बुलाई गई है.  इस बैठक में मंत्रियों के साथ सभी एसीएस, पीएस और सचिवों को बुलाया गया है. 


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इस कैबिनेट बैठक का कोई एजेंडा नहीं
चुनाव की मतगणना के तीन दिन पहले बुलाई गई इस बैठक को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे है. क्योंकि इस मीटिंग का कोई एजेंडा नहीं है. कयास लगाए जा रहे है 30 नवंबर को मुख्यमंत्री शिवराज के साथ सबसे लंबे अर्से तक जुड़े रहे इकबाल सिंह बैस को विदाई दी जाएगी.उनका कार्यकाल 30 नवंबर को समाप्त हो रहा है. बता दें कि प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को छह-छह माह के दो एक्सटेंशन मिल चुके हैं.


3 दिसंबर को होगी मतगणना
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों का इंतजार 3 दिसंबर को खत्म हो जाएगा. लेकिन परिणाम पूरी तरह से क्लीयर होने में इस बार वक्त लगने वाला है. यानि पूरे नतीजों का इंतजार इस बार लंबा होने वाला है. जिसकी वजह भी सामने आ गई है. निर्वाचन आयोग ने कर्मचारियों को ट्रेनिंग भी दी है, जबकि सभी जिलों में मतगणना की तैयारियां भी शुरू हो गई है. 


दरअसल, इस बार नतीजें पूरी तरह से क्लीयर होने में देरी होगी, जबकि शुरुआती रुझान भी 9 बजे तक आ पाएगा. इन नतीजों के लेट होने की वजह पोस्टल बैलेट है. क्योंकि निर्वाचन आयोग ने इस बार केवल अधिकारी और कर्मचारियों के लिए ही नहीं बल्कि वृद्ध और दिव्यांगों के लिए भी पोस्टल बैलेट की सुविधा उपलब्ध कराई थी. जिससे इस बार पोस्टल बैलेट की संख्या में वृद्धि हुई है.


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एमपी में हुई ताबड़तोड़ वोटिंग
मध्य प्रदेश की 230 सीटों के लिए 17 नवंबर को मतदान हुआ. वोटिंग को लेकर राज्यभर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे. इस बार 70 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ है.


रिपोर्ट- आकाश द्विवेदी