MP Corona Live Update: `SAIMS हॉस्पिटल में नए मरीजों को ना!`; इंदौर में Lockdown तोड़ा तो एक रात की जेल
मध्य प्रदेश में कोविड पॉजिटिविटी रेट 24 फीसदी है, यानी कि 100 लोगों की कोरोना टेस्टिंग पर 24 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो रही है.
मध्य प्रदेश में 20 अप्रैल शाम 6 बजे से 21 अप्रैल शाम 6 बजे तक 54,548 लोगों की कोरोना जांच हुई. 13,107 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई, वहीं 75 लोगों ने संक्रमण से लड़ते हुए दम तोड़ा. बुधवार को 9,035 मरीज होम आइसोलेशन और अस्पताल में संक्रमण को मात देकर स्वस्थ हो गए.
राज्य में अब तक 4,46,811 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई, वहीं 3,59,755 मरीज स्वस्थ होकर घर पहुंच गए. एक्टिव मरीजों की संख्या 82,268 है, अब तक 4,788 लोग कोरोना से लड़ते हुए अपनी जान गंवा चुके हैं. प्रदेश में कोविड पॉजिटिविटी रेट 24 फीसदी है, यानी कि 100 लोगों की कोरोना टेस्टिंग पर 24 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो रही है.
20 दिन में ही आ गए 236 दिन के मरीज
फरवरी 2020 से कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या करीब डेढ़ लाख होने में 236 दिन यानी कि साढ़े सात महीने लगे थे. वहीं 1 अप्रैल से 20 अप्रैल 2021 तक ही राज्य में कुल 1,45,977 संक्रमित आ चुके हैं. वहीं 774 मरीज इसी महीने अपनी जान गंवा चुके हैं. इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोरोना की पहली लहर के मुकाबले दूसरी लहर कितनी ज्यादा खतरनाक है.
नवीनतम अद्यतन
Lockdown तोड़ने पर एक रात की जेल
इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने फैसला लेते हुए लॉकडाउन के लिए नई गाइडलाइन बनाई. उन्होंने कहा कि जिले में जनता कर्फ्यू तोड़ने वाले लोगों को अब पूरी एक रात हवालात में बिताना होगी. उन्होंने कहा कि कर्फ्यू का उल्लंघन करने वाले अब एक दिन के लिए अस्थाई जेल में रहेंगे, पहले लोगों को केवल शाम तक के लिए ही जेल में भेजा जा रहा था.Lockdown में शॉपिंग कर रहे लोगों को भेजा जेल
कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए मध्य प्रदेश में लॉकडाउन लगाया गया. रतलाम जिले में भी पाबंदियां हैं, लेकिन जिले में दुकानदार और खरीदारों की लापरवाही देखने को मिली. नजारा सैलाना गांव के बस स्टैंड इलाके स्थित एक मार्केट का है, जहां रेडीमेड कपड़ा दुकान व्यापारी बाहर से शटर लगाकर अंदर ग्राहकों को शेरवानी दिखा रहा था.सभी लोग बगैर मास्क लगाए, डिस्टेंसिंग को नजर अंदाज किए हुए दुकान में शॉपिंग कर रहे थे. उल्लंघन की सूचना मिलते ही नायब तहसीलदार पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और सभी को बाहर निकाला. उन्होंने उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ चालानी कार्रवाई करते हुए सभी को अस्थायी जेल में भेज दिया.
95 मीट्रिक टन प्रतिदिन ऑक्सीजन पैदा करने वाला प्लांद बंद
ग्वालियर जिले के मालनपुर इंडस्ट्रियल इलाके में कभी एशिया की सबसे बड़ी स्टील कंपनियों में से एक MP आयरन का ऑक्सीजन प्लांट हुआ करता था. यहां 95 मीट्रिक टन ऑक्सीजन एक दिन में बनाई जाती थी, लेकिन कुछ कारणों से इसे बंद कर दिया गया. इसी तरह प्रदेश में और भी प्लांट हैं, जो बंद पड़े हैं. अगर उन्हें किसी तरह चालू करने के प्रयास किए जाए तो मरीजों को हो रही ऑक्सीजन की कमी को दूर किया जा सकता है.अरविंदो अस्पताल में नए मरीजों को ना!
इंदौर शहर में स्थित प्रदेश के सबसे बड़े कोविड अस्पतालों में शुमार अरविंदो अस्पताल के बाहर एक बोर्ड टंगा है. बोर्ड पर लिखा है कि जीवन रक्षक आपूर्तियों एवं ऑक्सीजन की कमी के चलते SAIMS (Sri Aurobindo Institute of Medical Sciences) अस्पताल में मरीजों की भर्ती को अगले आदेश तक रोक दिया गया है. अप्रिय घटना से बचने के लिए यह कदम उठाया गया, असुविधा के लिए खेद है. यानी कि हॉस्पिटल में अब और नए मरीजों की भर्ती नहीं की जाएगी, जब तक अगला आदेश नहीं आ जाता.अस्पताल में 1400 बेड की क्षमता है, फिलहाल यहां 1381 मरीज भर्ती हैं, जिनमें 250 मरीजों को ICU में रखा गया है. इंदौर में 21 अप्रैल को 1781 मरीजों की पुष्टि हुई, 7 मरीजों ने संक्रमण से दम तोड़ा. 1024 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट गए, वहीं जिले में इस वक्त 13,074 मरीज हैं.
ग्वालियर में भी इंजेक्शन की किल्लत
इंदौर और भोपाल जिले में इंजेक्शन की किल्लत के बाद ग्वालियर जिले में भी रेमडेसिविर की कमी होने लगी. कई मरीज इंजेक्शन की कमी के चलते दम तोड़ रहे हैं. जिले में बुधवार को क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक आयोजित की गई, इसमें बीजेपी के पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल ने अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि उनके एक परिचित को इंजेक्शन लगना था, लेकिन कमी के चलते नहीं लग सका और उनकी मौत हो गई. प्रदेश सरकार गंभीर मरीजों के इलाज के लिए ही इंजेक्शन भेज रही है, लेकिन उन्हीं को ये उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं. उन्होंने इंजेक्शन की उपलब्धता के लिए जिला कलेक्टर से निवेदन किया.कोरोना में अंगूठा नियमों में हों बदलाव
मंदसौर से बीजेपी विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने कोरोना काल में सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि पीडीएस (Public Distribution System) के तहत गरीबों को बांटे जाने वाले नियमों से संशोधन हों. संक्रमण को देखते हुए अंगूठा लगाने वाले नियम में छूट दी जानी चाहिए, जिससे संक्रमण न फैले और जरूरत मंदों की मदद भी हो जाए.ग्वालियर में कोविड गाइडाइंस का उल्लंघन जारी
जिले में कोरोना संक्रमण के आंकड़े तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन लोगों में अब भी जागरूकता का अभाव साफ तौर पर नजर आ रहा है. प्रशासन द्वारा अप्रैल के 21 दिनों में 168 लोगों पर FIR दर्ज हुई, वहीं 21,512 लोगों के चालान काटे गए. लापरवाही करने वाले लोगों से अब तक 22 लाख 14 हजार रुपए का जुर्माना वसूला जा चुका है. प्रशासन द्वारा बताया गया कि जिले में आने वाले दिनों में भी सख्ती बरकरार रहेगी.टीकाकरण अभियान तेज करने पर जोर
ग्वालियर में बढ़ते कोरोना के आंकड़ों को देखते हुए 30 अप्रैल रात 12 बजे तक लॉकडाउन लगाया गया. वहीं टीकाकरण अभियान में तेजी लाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं, जिले में आज से 180 केंद्रों पर टीकाकरण होगा. 15 हजार लोगों को प्रतिदिन टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया. लेकिन शहर के लोग वैक्सीन लगवाने में उतना उत्साह नहीं दिखा रहे हैं.दमोह में सांसों पर लगा पुलिस का पहरा
दमोह में 17 अप्रैल को उपचुनाव के मतदान खत्म होते ही लॉकडाउन लगा दिया गया. वहीं अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे ऑक्सीजन सिलेंडरों को मरीज के परिजनों द्वारा सोमवार को चोरी कर लिया गया. कलेक्टर तरुण राठी ने बताया कि जिले में ऑक्सीजन की कमी है, मरीजों को समस्याएं हो रही हैं. मंगलवार और बुधवार को भी लूट जारी थी, जिसे देखते हुए ऑक्सीजन वाले अस्पतालों में पुलिस का पहरा लगा दिया गया. जिला अस्पताल के चप्पे-चप्पे पर अब पुलिस के जवान तैनात हैं.लापता कोरोना संक्रमित नहीं मिला अभी तक
14 अप्रैल की शाम बंदेलखंड मेडिकल कॉलेज से कोरोना संक्रमित मरीज मुन्नालाल को भर्ती कराया गया. परिजनों द्वारा बताया जा रहा है 18 अप्रैल से वे मरीज से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन संपर्क नहीं हो पा रहा. लापता मरीज की शिकायत परिजनों ने गोपालगंज थाने में कर दी. वहीं मेडिकल कॉलेज ने परिजनों को मरीज के स्वेच्छा से घर लौट जाने का सर्टिफिकेट दे दिया है. लेकिन मरीज का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है.सिवनी में हुआ वैक्सीनेशन का विरोध
सिवनी जिले के छपारा विकासखंड से एक वीडियो सामने आया. यहां गोरखपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की टीम ग्राम पंचायत सदस्यों के साथ भेड़की गांव के लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए पहुंची. तभी 6-7 महिलाएं गांव के रास्ते पर हाथ में डंडा लेकर खड़ी हो गईं. जनपद पंचायत छपारा के कार्यपालन यंत्री नोडल अधिकारी भी उस वक्त वहीं मौजूद थे, महिलाओं ने उन्हें वैक्सीन लगवाने से इनकार कर दिया. इस पूरी घटना का Video बना रहे कर्मचारी को तो महिलाओं ने डंडे से ही डराते हुए भगाया भी.30 अप्रैल तक प्रदेश में कर्फ्यू
मध्य प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे आंकड़ों को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और रतलाम में 30 अप्रैल तक कोरोना कर्फ्यू लगाया. जिसे देखते हुए प्रदेश के अन्य जिलों में भी प्रशासन ने फैसला करते हुए कर्फ्यू अवधि बढ़ा दी. ज्यादातर जिलों में 26 अप्रैल से लेकर 30 अप्रैल तक लॉकडाउन है. वहीं अनूपपुर में 3 मई तक लॉकडाउन लगा है.