CVIGIL App: क्या है C विजिल ऐप, क्यों इससे कांपते हैं प्रत्याशी? चुनाव आयोग ने वोटर्स को सौंपा ये हथियार
CVIGIL App: लोकतंत्र के महापर्व का बिगुल बज गया है. चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने सी विजिल नाम का एक एप्लीकेशन बनवाया है. जानिए ये कैसे करेगा काम..,
CVIGIL App: लोकतंत्र के महापर्व का बिगुल बज गया है. चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. पूरा चुनाव 7 चरणों में होगा. जिसकी शुरुआत 19 अप्रैल से हो जाएगी. 4 जून को नतीजों की घोषणा होगी. वहीं लोकसभा चुनाव पूरी तरह से निष्पक्ष और स्वतंत्र हो इसके लिए चुनाव आयोग ने एक एप बनाया है. जिसकी मदद से आम लोग भी आयोग की मदद कर सकेंगे. इस एप्लीकेशन को मोबाइल फोन पर डाउनलोड कर लोग किसी भी असामाजिक गतिविधि का वीडियो यो फोटो आयोग को भेज सकेंगे.
दरअसल भारत चुनाव आयोग ने सी विजिल (CVIGIL App) नाम का एक एप्लीकेशन बनाया है. इस एप से मतदाता मतदान केंद्र पर किसी भी संदिग्ध व्यक्ति और गड़बड़ी की शिकायत कर सकता है.
जानिए कैसे करेगा काम?
सबसे पहले तो आपको इसे प्ले स्टोर से डाउनलोड करना होगा. ये एप एंड्राइड और आईओएस फोन पर उपलब्ध है. चुनाव के दौरान कहीं भी आचार संहिता का उल्लंघन या मतदान को प्रभावित करने जैसी गतिविधियां हो रही हैं तो आप इसे एप के माध्यम से वीडियो-फोटो रिकॉर्ड कर एप पर अपलोड कर सकते हैं. खास बात ये है कि मोबाइल में पहले से रिकॉर्ड कंटेंट इस पर अपलोड नहीं होंगे. एप से ही धांधली की रिकॉर्डिंग करनी होगी.
शिकायतकर्ता का नाम रहेगा गोपनीय
वहीं इस एप पर शिकायत करने वालों का नाम, पता गोपनीय रखा जाएगा. आयोग ने शिकायतकर्ता की सुरक्षा को लेकर ये फैसला लिया है. इसके अलावा अगर किसी ने शिकायतकर्ता के बारे में किसी को बताया तो उस अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई भी होगी.
100 मिनट में दूर होगी शिकायत
चुनाव आयोग ने इसके लिए 100 मिनट का टाइम फिक्स किया है. जो भी शिकायत होगी वो सीधे कंट्रोल रुम को भेजा जाएगा. वहां से संबंधित टीम को शिकायत जाएगी और फिर प्रभावी कार्रवाई कर उचित जवाब एप पर अपलोड कर दिया जाएगा. पूरी कार्रवाई रिटर्निंग अफसर के माध्यम से 100 मिनट के अंदर होगी.
वहीं इस मामले में अधिक जानकारी देते हुए दमोह कलेक्टर सुधीर कोचर ने बताया कि लोकसभा निर्वाचन को लेकर आयोग के एप सी विजिल का उपयोग नागरिक कर सकते हैं. जिसमें किसी भी तरह से राजनीतिक दलों प्रचार प्रसार सम्बन्धी शिकायत आयोग के पास सीधे पहुंचेगी और आयोग के दिशा निर्देश पर प्रशासन कार्यवाही करेगा. इस एप को लोग अपने मोबाइल पर इंस्टाल कर सकते है जो कि अब विधिवत काम करेगा. इसके साथ ही दमोह के एसपी श्रुतिकीर्ति सोमवंशी ने बताया कि शांतिपूर्वक चुनाव के लिए पुलिस का प्लान पूरी तरह तैयार है.