नई दिल्लीः मानसून यानि कि बारिश का मौसम आते ही मन खुश हो जाता है क्योंकि इस मौसम में प्रकृति का सौंदर्य देखते ही बनता है और लोगों को चिलचिलाती गर्मी से भी राहत मिलती है. हालांकि बरसात के मौसम में सेहत का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी है क्योंकि इस मौसम में इंफेक्शन का खतरा सबसे ज्यादा रहता है. दरअसल बरसात के मौसम में इंसानों का पाचन कमजोर हो जाता है और एलर्जी का खतरा भी रहता है. ऐसे में बरसात के मौसम में की गई छोटी सी गलती भी सेहत पर भारी पड़ सकती है और व्यक्ति को अस्पताल तक पहुंचा सकती है!


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क्या ना करें बरसात के मौसम में
बरसात के मौसम में भारी खाना या तला-भुना खाना खाने से बचना चाहिए. इसकी वजह यही है कि बरसात में पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है, ऐसे में भारी या तला-भुना खाने से पेट में गैस, एसिडिटी आदि समस्या हो सकती है. 


स्ट्रीट फूड खाने से बचें. बरसात के मौसम में स्ट्रीट फूड जैसे गोल गप्पे, चांट आदि खाने से बचना चाहिए. दरअसल बरसात के मौसम में नमी के चलते इंफेक्शन तेजी से फैलता है. ऐसे में अगर खाने की चीजें बनाने में सावधानी और साफ-सफाई नहीं रखी गई तो इससे पेट में इंफेक्शन हो सकता है. 


डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन भी कम करें क्योंकि डेयरी प्रोडक्ट्स भी हैवी होते हैं और इन्हें पचाने में पेट को काफी मशक्कत करनी पड़ सकती है. ऐसे में बरसात के मौसम में डेयरी प्रोडक्ट का इस्तेमाल भी संभलकर करना चाहिए. 


हरी सब्जियां सेहत के लिए अच्छी मानी जाती हैं लेकिन बरसात के मौसम में हरी पत्तेदार सब्जियों के पत्तों में कीड़े लगने का खतरा ज्यादा रहता है. ऐसे में बरसात के मौसम में हरी पत्तेदार सब्जियों का ध्यान से सेवन करना चाहिए. 


बरसात में इंफेक्शन का खतरा ज्यादा रहता है इसलिए इंफेक्शन के खतरे को कम करने के लिए कैमोमाइल, ग्रीन टी, अदरक, नींबू की चाय जैसी हर्बल चीजों का सेवन करना चाहिए.