Ram Mandir News: 22 जनवरी का दिन लोगों के लिए बेहद खास रहा. प्राण-प्रतिष्ठा के दिन मध्यप्रदेश में 600 से ज्यादा बच्चों ने जन्म लिया है. राजधानी भोपाल में 150 के करीब डिलीवरी हुईं. इसके अलावा, ग्वालियर में 90, इंदौर में 35, छतरपुर में 31, रीवा में 23 और शिवपुरी में 33 से ज्यादा बच्चों का जन्म हुआ. वहीं संस्कारधानी जबलपुर में करीब 42 बच्चों ने जन्म लिया है, जिनमें अधिकतर लड़के हैं. 


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इसी दिन की थी प्लानिंग 
बता दें कि 22 जनवरी की तारीख हिंदुस्तान के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण बन गई है. गर्भवती महिलाएं इस दिन बच्चे को जन्म देने के लिए काफी उत्सुक थी. खासकर जिन महिलाओं की सिजेरियन डिलीवरी होनी थी वे 22 जनवरी को ही सिजेरियन डिलीवरी प्लान कर रही थी.


भोपाल में जन्मे  150 बच्चे!
मध्यप्रदेश की राजधानी की बात करें तो अकेले भोपाल में ही 150 के करीब डिलीवरी हुईं. वहीं  संस्कारधानी जबलपुर में करीब 42 बच्चों ने जन्म लिया है, जिनमें अधिकतर लड़के हैं. इसी दिन मध्य प्रदेश के छतरपुर जिला हॉस्पिटल में एक महिला ने दो जुड़वां बच्चों को जन्म दिया. दोनों बच्चों का नाम रखा राम और लक्ष्मण.


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छतरपुर में जुड़वां भाइयों का नाम भी राम-लक्ष्मण रखा
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर छतरपुर के जिला अस्पताल में एक महिला ने दो जुड़वां बच्चों को जन्म दिया. दोनों शिशुओं का नाम राम और लक्ष्मण रखा गया. इसी के साथ जिला अस्पताल में 31 डिलीवरी की गई. इनमें 24 नॉर्मल व 8 सिजेरियन डिलवरी हुईं.रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा को साक्षी मानते हुए अधिकतर परिजनों ने अपने बच्चों का नाम राम और सीता रखा. 


वहीं राम-लक्ष्मण का जन्म जिले के बसाटा निवासी ममता रैकवार के यहां हुआ. इस दौरान ममता के पति भवानीदीन रैकवार ने खुशी का इजहार करते हुए कहा कि, हमें इस बात की खुशी है कि जहां अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा हो रही थी. वहीं हमें दो जुड़वा पुत्र मिले हैं. जिनका नाम हमने राम और लक्ष्मण रखा है.