प्रमोद शर्मा/भोपालः मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने कक्षा 5 और 8 की बोर्ड परीक्षाओं का शेड्यूल जारी कर दिया है. साथ ही बोर्ड परीक्षा शुल्क से भी बच्चों को इस साल राहत मिलेगी. जिसके बाद पांचवीं और आठवीं के छात्रों को बोर्ड एग्जाम की फीस नहीं भरनी होगी. सरकार के इस फैसले से निजी स्कूलों पर करीब 23 करोड़ रुपए का भार आएगा. 


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परीक्षा शुल्क माफ करने से प्रदेश के 40 हजार से ज्यादा निजी स्कूलों में पढ़ने वाले 32 लाख छात्र-छात्राओं को फायदा मिलेगा. पांचवी के लिए 50 रुपए और आठवीं के लिए 100 रुपए परीक्षा शुल्क होता है. हालांकि सरकार के इस फैसले का प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने विरोध शुरू कर दिया है.  बोर्ड परीक्षा में 60 नंबर वार्षिक लिखित परीक्षा, 20 नंबर अर्द्धवार्षिक परीक्षा के और 20 नंबर प्रैक्टिकल के जुड़ेंगे.


पैटर्न के अनुसार, आठवीं कक्षा में तीसरी लैंग्वेज का भी विकल्प दिया गया है. तीन भाषाओं में छात्रों को संस्कृत, उर्दू और मराठी का विकल्प दिया गया है. सरकारी स्कूलों में अर्द्धवार्षिक परीक्षा का आयोजन राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा तैयार किए गए प्रश्नपत्रों और निर्धारित समय सारणी के अनुसार कराया जाएगा. 


बीते दिनों सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आगामी सत्र में सभी निजी और सरकारी स्कूलों में 5वीं और 8वीं की परीक्षाएं बोर्ड पैटर्न में कराने का ऐलान किया था. सीएम ने कहा कि बच्चों की शैक्षणिक गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए सभी सरकारी, सरकारी मान्यता प्राप्त और सरकारी अनुदान प्राप्त स्कूलों में 5वीं और 8वीं की परीक्षाएं बोर्ड पैटर्न में कराई जाएंगी. 


इन कक्षाओं की बोर्ड परीक्षाओं में सभी विषयों में फेल होने वाले छात्रों को दो महीने बाद फिर से परीक्षा देने का विकल्प मिलता है. हालांकि फिर से फेल होने पर उन्हें एक और साल पुरानी कक्षा में एडमिशन दिया जाता है. बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार ने 5वीं और 8वीं की बोर्ड परीक्षाएं कराने  के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा था. जिस पर केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी थी.