Khargone Vidhan Sabha Seat: खरगोन सीट पर कांग्रेस का कब्जा, क्या इस बार बदलेंगे समीकरण?
khargone Vidhan Sabha Seat: मध्य प्रदेश के खरगोन जिले की विधानसभा सीट (khargone Seat Analysis) पर वर्तमान में कांग्रेस का कब्जा है. इस बार यहां का क्या समीकरण होगा और इस सीट का क्या इतिहास है यहां जानें.
Khargone Vidhan Sabha Seat: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव का ऐलान कभी भी हो सकता है. ऐसे में राजनीतिक दल एक-एक विधानसभा सीट पर तैयारियों में जुटे हैं. वहीं खरगोन जिले में विधानसभा की 6 सीट आती है. जिसमें खरगोन विधानसभा सीट पर इस बार कांग्रेस और बीजेपी के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है. वर्तमान में इस विधानसभा सीट से कांग्रेस के रवि जोशी विधायक हैं. आईये जानते हैं इस सीट का पूरा समीकरण...
खरगोन जातिगत समीकरण
खरगोन के जाति समीकरण की बात करें इस क्षेत्र में पाटीदार वोटर्स निर्णायक भूमिका में है. यहां मुस्लिम, ब्राह्मण, दांगी, गडरिया और रघुवंशी समाज की बहुलता है, जो यहां चुनाव नतीजों को प्रभावित करते हैं. इसके अलावा यादव वोटर्स भी यहां अहम भूमिका में रहती है.
कुल मतदाता (2018 के मुताबकि)
कुल मतदाता- 2 लाख 50 हजार करीब
महिला मतदाता - 1 लाख 19 हजार 460
पुरुष मतदाता- 1 लाख 15 हजार 552
खरगोन विधानसभा का राजनीतिक इतिहास
खरगोन सीट के इतिहास पर नजर डालें तो इस सीट पर अभी कांग्रेस का कब्जा है. 1990 से लेकर 2018 तक हुए चुनाव में बीजेपी को 4 चुनाव में जीत मिली है, जबकि कांग्रेस को यहां से 3 बार जनता ने मौका दिया है. वहीं 2003 से लेकर 2013 तक यहां बीजेपी का कब्जा रहा. वहीं 1993 में कांग्रेस तो वहीं 1998 में फिर कांग्रेस की सरकार बनी थी. हालांकि 1990 में बीजेपी के पास ये सीट रही.
2018 में कैसा रहा नतीजा
खरगोन विधानसभा सीट पर 2018 में कांटे की टक्कर देखने को मिली थी. इस सीट पर 10 उम्मीदवार आमने-सामने थे. लेकिन असली मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच हुआ. बीजेपी के पूर्व विधायक बालकृष्ण पाटीदार को चुनाव में 78,696 वोट मिले तो कांग्रेस के रवि रमेशचंद्र जोशी को 88,208 वोट आए. इस तरह करीब 9 हजार वोटों से कांग्रेस को यहां जीत मिली.