Protem Speaker Gopal Bhargava: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की कहानी इस बार किसी फिल्म स्टोरी से कम नहीं रही. रोमांच, उत्साह और सस्पेंस से भरे इस चुनाव का आखिरी पड़ा अब 18 दिसंबर को पूरा होने जा रहा है. मध्य प्रदेश में फिर से बीजेपी की सरकार बन चुकी है, मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री शपथ ले चुके हैं, जबकि अब आखिरी काम विधानसभा का सत्र और नव निर्वाचित विधायकों की शपथ का काम भी 18 दिसंबर से शुरू हो जाएगा. यानि 16वीं विधानसभा का पहला सत्र 18 दिसंबर से शुरू होने वाला है. 


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18 से 21 तक चलेगा सत्र 


दरअसल, प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर नए विधायक चुने गए हैं. ऐसे में 16वीं विधानसभा का पहला सत्र 18 से 21 दिसंबर के बीच आयोजित होगा. जिसके लिए प्रोटेम स्पीकर के तौर पर बीजेपी के सबसे सीनियर विधायक गोपाल भार्गव को चुना गया है. चार दिन तक चलने वाले सत्र में सभी नव निर्वाचित विधायक पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे. गोपाल भार्गव की देखरेख में ही यह काम पूरा होगा. माना जा रहा है कि सत्र के दौरान तक कांग्रेस भी नेता प्रतिपक्ष का चयन कर सकती है. 


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नरेंद्र सिंह तोमर बनेंगे अध्यक्ष 


विधानसभा के सत्र में नए अध्यक्ष का चुनाव भी होगा. बीजेपी ने अध्यक्ष पद के लिए पहले ही नरेंद्र सिंह तोमर के नाम का ऐलान कर दिया है. ऐसे में तोमर चार दिवसीय सत्र में विधानसभा के अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाल लेंगे. तोमर मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा सीट से चुनाव जीते हैं. विधानसभा अध्यक्ष की शपथ लेने के बाद वही इस सत्र का संचालन करेंगे. विधायकों का शपथ ग्रहण समारोह उनकी सीनियरटी के हिसाब से होगा. सबसे पहले मुख्यमंत्री मोहन यादव शपथ लेंगे उसके बाद सीनियर विधायकों का शपथ ग्रहण शुरू होगा. बता दें कि इस बार भी तीसरी से चौथी बार चुनाव जीते सदस्यों की संख्या ज्यादा है. 


ऐसा इस बार विधानसभा का गणित 


बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव सपन्न होने के बाद विधानसभा का गणित बदल गया है. बीजेपी ने बड़ी जीत हासिल की है. 16वीं विधानसभा में भाजपा के 166 विधायक चुनाव जीतकर आए हैं. जबकि कांग्रेस के 66 विधायक जीते हैं, जबकि भारतीय आदिवासी पार्टी के भी एक सदस्य चुनाव जीतकर आए हैं. 


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