टिकट कटा तो सिंधिया महल के सामने दिया धरना, बाद में महाराज के सामने कर दिया सरेंडर
सिंधिया समर्थक मुन्नालाल गोयल का जब ग्वालियर पूर्व विधानसभा से टिकट कटा तो उनके समर्थक नाराज हो गए और महल के बाहर जाकर जोरदार धरना और प्रदर्शन किया.
ग्वालियर: मध्य प्रदेश चुनाव के लिए भाजपा ने प्रत्याशियों की पांचवीं लिस्ट जारी कर दी है. लिस्ट में कई ऐसे नाम हैं, जिनका टिकट कट चुका है. इसी क्रम में ग्वालियर पूर्व से मुन्नालाल गोयल भी शामिल है. सिंधिया समर्थक मुन्नालाल गोयल का जब ग्वालियर पूर्व विधानसभा से टिकट कटा तो उनके समर्थक नाराज हो गए और महल के बाहर जाकर जोरदार धरना और प्रदर्शन किया. लेकिन केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिलने के बाद मुन्नालाल गोयल के तेवर कम हुए हैं और अपनी नाराजगी को भुला दिया है.
दरअसल ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात के बाद मुन्नालाल गोयल ने कहा है कि महाराज का आदेश हैं (सिंधिया) भारतीय जनता पार्टी के लिए काम करना है. हम उनके आदेशों का पालन करेंगे. दरअसल मुझे आश्वासन दिया गया था कि टिकट मिलेगा, जिसके चलते पिछले 3 साल से मैं मेहनत कर रहा था लेकिन अब सिंधिया जी के आदेश का पालन होगा.
3 साल मेहनत की
टिकट कटने के बाद भारी बवाल के बाद आखिरकार ग्वालियर पूर्व से टिकट मांग रहे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मुन्नालाल गोयल ने सिंधिया के सामने सरेंडर कर दिया है. मुन्नालाल गोयल ने कहा कि मेरा टिकट कटने के बाद मेरे समर्थकों में आक्रोश था. जिसके कारण वह महल तक पहुंचे और गांधीवादी तरीके से अपना विरोध प्रदर्शन किया. मुन्नालाल गोयल ने कहा कि मेरी किसी से कोई परेशानी नहीं है. ना माया सिंह से, ना सिंधिया से और ना महल से. केवल 3 साल मैंने जो मेहनत की और उसके बाद मुझे टिकट नहीं मिला तो उसको लेकर कार्यकर्ताओं में आक्रोश था और इस आक्रोश के चलते मेरे समर्थक कार्यकर्ता सिंधिया महल तक पहुंचे.
बीजेपी के लिए काम करेंगे
मुन्नालाल ने आगे कहा कि महाराज से बात हो गई है और महाराज ने कहा है कि सभी नेता कार्यकर्ता भारतीय जनता पार्टी के अभिन्न साथी हैं. इसके कारण मैं अपने सभी कार्यकर्ताओं को समझाया है कि अब महल के साथ चलना है.
क्या हुआ था मामला
बता दें कि भाजपा ने ग्वालियर पूर्व से टिकट के प्रबल दावेदार मुन्नालाल गोयल की जगह पूर्व मंत्री माया सिंह को टिकट दिया है. इसी के चलते रविवार को मुन्नालाल के समर्थक जय विलास पैलेस पहुंच गए और न्याय करो के नारे लगाने लगे. इस बीच सिंधिया कार से महल से निकले. उन्होंने समर्थकों से कहा, इस संबंध में बात करूंगा. यह कहकर सिंधिया कार में बैठकर जाने लगे, तभी समर्थक उनकी गाड़ी के सामने लेट गए. सिंधिया जैसे ही कार से बाहर निकले तो समर्थक उनके पैरों में गिर गए और मुन्नालाल को टिकट देने की मांग करने लगे.
रिपोर्ट- प्रियांशु यादव