Damoh Collector Action: मध्य प्रदेश (MP News) के दमोह और हरदा जिले की पटाखा फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट के बाद से सीएम ने प्रदेश के सभी पटाखा फैक्ट्रियों के जांच के निर्देश दिए थे. जिसके तहत प्रदेश भर में लगातार पटाखा फैक्ट्रियों पर सख्ती बरती जा रही है. इस कड़ी में दमोह जिले में पटाखे के 34 लाइसेंस कैंसिल किए गए हैं. जिले के कलेक्टर के निर्देश पर हुई ये कार्रवाई प्रदेश की सबसे बड़ी कार्रवाई में से एक मानी जा रही है. 


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कलेक्टर ने की कार्रवाई
प्रदेश के दमोह में अब तक कि सबसे बड़ी कार्रवाई कलेक्टर ने की है. इसके तहत एक 34 पटाखा लाइसेंस निरस्त किये गए हैं. बता दें कि लगभग पांच महीने पहले दमोह के बड़ा पुल इलाके में चल रही एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में भीषण विस्फ़ोट हुआ था जिसमें अब तक सात लोगों की जान चली गई थी. जबकि 6 लोग हादसे में घायल हुए थे. विस्फ़ोट के बाद प्रशासन ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की और दमोह की पटाखा फैक्ट्रियों की लाइसेंस की जांच पड़ताल की गई थी.


जांच के बाद ही कलेक्टर ने 34 लाइसेंस सस्पेंड किए थे. निलंबन की कार्रवाई के बाद जब जिला प्रशासन ने जांच कराई गई तो तमाम जगहों पर खामियां पाई गई और ये बात सामने आई कि जिन जगहों पर पटाखों के बारूद का भंडारण किया गया है वहां सुरक्षा संबंधी संसाधनों का अभाव है और इनसे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. जांच रिपोर्ट आने के बाद दमोह कलेक्टर सुधीर कोचर ने ये 34 लाइसेंस को निरस्त कर दिया है. ये कार्रवाई प्रदेश की सबसे बड़ी कार्रवाई में से एक मानी जा रही है. 


(दमोह से महेंद्र दुबे की रिपोर्ट)