Petrol Shortage In Jabalpur: जबलपुर। नए साल में महाकौशल के इलाके में पेट्रोल-डीजल की कमी हो सकती है. ऐसा इसलिए की जबलपुर शहपुरा इंडियन आयल ,भारत पेट्रोलियम हिंदुस्तान पेट्रोलियम तीनो डिपो के लगभग एक हजार चालकों और उनके परिचालक कर हड़ताल कर रहे हैं. इतना ही नहीं पेट्रोल डीजल के अलावा LPG की किल्लत भी हो सकती है.


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क्यों हो रहा है विरोध
केंद्र सरकार के नए एक्सीडेंट कानून के विरोध में ट्रक ड्राइवर हड़ताल कर रहे हैं. नए कानून के तहत घायल को छोड़कर फरार होने पर चालक पर 10 साल की सजा और 7 लाख तक लगेगा अर्थ दंड लगाया जाएगा. इसी कारण 1 जनवरी से समूचे मध्य प्रदेश में नए एक्सीडेंट कानून के विरोध में ट्रक ड्राइवर हड़ताल करेंगे.


क्या बोल रहे हैं चालक
चालकों का कहना है कि पुराने नियम बदला नहीं जाए. नए नियम के तहत सात लाख रूपये देने पड़ेंगे. पांच हजार रुपये तक हमें वेतन मिलता है और ऊपर से दस साल कि सजा. गाड़ी जानबूझकर तो ऐसिडेंट करते नहीं है तो फिर सजा क्यों.


क्यों बढ़ेगी परेशानी?
दरअसल डिपो से प्रेट्रोल और डिजलों का ट्रांसपोटेशन ट्रकों के जरिए होता है और केंद्रीय कानूम के विरोध में ट्रक ड्राइवरों ने पहिए थमा दिए हैं. ऐसे में पूरी आशंका है की जबलपुर डिपो से होने वाली सप्लाई में समस्या आएगी और यहां से जहां-जहां पेट्रोल पहुंचता है प्रट्रोल पहुंच नहीं पाएगा. इससे पेट्रोल टंकियों में पेट्रोल की कमी हो सकती है.


क्या है नया कानून?
बता दें हिट एंड रन केस को लेकर केंद्र सरकार नया कानून लेकर आई है. इसमें इसके दो प्रवधानों को लेकर ट्रांसपोर्टरों में खासा विरोध है. वर्तमान प्रविधान में ड्राइवर की थाने से जमानत मिल जाती थी और सजा अधिक से अधिक 2 साल की होती थी. संशोधित कानून में वाहन ड्राइवर को अधिकतम दस साल की सजा और सात लाख जुर्माने हो सकता है. इसी कारण देश में विरोध हो रहा है.