सागर/प्रमोदः कोरोना के इस संकट में हमारे समाज को ऐसे हीरोज की जरूरत है, जो निस्वार्थ भाव से मानवता की सेवा कर सकें. असल जिंदगी के ऐसे ही हीरो हैं वीर सिंह. बता दें वीर सिंह ने 1180 किलोमीटर का सफर, 24 घंटे और 25 टोल को पार करते हुए बिना रुके तय किया है. ड्राइवर ने अपने इस काम से हजारों मरीजों की जान बचाई है. बता दें कि एमपी में इन दिनों जगह-जगह ऑक्सीजन की कमी देखी जा रही है. ऐसे में वीर सिंह के इस काम की जितनी तारीफ हो, उतनी ही कम है. 


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राउरकेला से सागर तक का सफर बिना रुके किया तय
ZEE मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ के साथ बातचीत में ड्राइवर वीर सिंह ने बताया कि उन्हें निर्देश था कि सागर में ऑक्सीजन की कमी हो रही है, इसलिए बिना रुके जल्द से जल्द सागर पहुंचना है. यही वजह रही कि हम लोग ओडिशा के राउरकेला से सागर तक बिना रुके पहुंचे हैं. बता दें कि इस दौरान वीर सिंह और उनके हेल्पर ने खाना भी नहीं खाया और बिना रुके 24 घंटे तक चलते रहे. आखिरकार जब आज ऑक्सीजन का टैंकर पहुंचा तो प्रशासन समेत सभी लोगों ने राहत की सांस ली. ZEE एमपीसीजी भी ड्राइवर वीर सिंह, उनके हेल्पर और टैंकर की सुरक्षा में लगे सुरक्षाबलों के दस्ते के जज्बे को सैल्यूट करता है.


टैंकर को दी गई वीआईपी सुरक्षा
बता दें कि ऑक्सीजन टैंकर की इस वक्त कितनी अहमियत है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ऑक्सीजन के टैंकर को मंत्रियों की तरह वीआईपी सुरक्षा दी गई. इस दौरान सशस्त्र बलों की गाड़ियां टैंकर को घेरकर चल रहीं थी और रास्ता साफ कराती आ रहीं थी ताकि समय से टैंकर को सागर पहुंचाया जा सके. सागर के एसडीएम इच्छित गढ़पाले का कहना है कि सुरक्षा के मद्देनजर टैंकर के लिए ऐसी व्यवस्था की गई थी.  


बता दें कि एमपी में ऑक्सीजन की कमी की आए दिन खबरें आ रही हैं और इससे मरीजों की मौत भी हुई है. यही वजह है कि सागर जिला प्रशासन ने ऑक्सीजन के टैंकर की अहमियत को समझते हुए उसे मंत्रियों की तरह वीआईपी सुरक्षा प्रदान की है.