उज्जैन: विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकालेश्वर मंदिर की व्यवस्थाओं को लेकर सांसद अनिल फिरोजिया के विरोध के बाद अब शयन आरती भक्त परिवार धरने पर बैठ गया है. शिव मंत्र के जाप के साथ भक्त परिवार मांग कर रहा है कि 101 रुपये शुल्क जो भक्तों से लिया जा रहा है उसे तत्काल खत्म किया जाए.


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दरअसल महाकाल मंदिर में कोविड-19 के चलते कुछ जरूरी नियम बनाये गए है जिसमें दर्शनार्थियों की सुविधा और कोरोना महामारी से बचने के लिए मंदिर समिति के नियम अनुसार दर्शनार्थी दिन भर में 4 स्लॉट में दर्शन लाभ ले सकते है. चार स्लॉट इसलिए क्योंकि बीच के 1 घण्टे के अंतराल में मंदिर की रेलिंग और अन्य जगह जहां दर्शनार्थी के हाथ लगते है उसको सैनिटाइज किया जा सके.


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बुकिंग को लेकर विरोध
महाकालेश्वर मंदिर में दर्शनार्थी अपनी सुविधा अनुसार मंदिर समिति की महाकाल दर्शन एप्प और टोल फ्री नबंर से एक दिन पहले दर्शन के लिए बुकिंग करवा सकते है. जो बुकिंग नही करवा पाए और मंदिर पहुँच गए उसके लिए 101 रुपये शुल्क के साथ दर्शन व्यवस्था की गई है. 


बाबा महाकाल को पैसो की जरूरत नही
पूरे मामले में जनप्रतिनिधि अनिल फिरोजिया और शयन आरती भक्त परिवार का कहना है कि हमसे बिना पूछे ये नियम तय किये गए है. बाबा महाकाल को पैसो की जरूरत नही है. बाबा की कृपा सब पर खूब बनी हुई है. विरोध सिर्फ 100 रुपए शुल्क का है, जिसका हम विरोध करते है.


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कलेक्टर ने कहा था शुल्क में बदलाव नही होगा
इस पूरे मामले में अब देखना यह होगा कि 101 रुपये शुल्क को लेकर आये दिन हो रहे विवाद पर मंदिर समिति और कलेक्टर आशीष सिंह क्या निराकरण करते है. जिसमे सब की सहमति बन पाए. एक दिन पूर्व मंदिर समिति के मेंबर कलेक्टर आशीष सिंह ने स्पष्ठ किया था कि 101रुपये शुल्क में बदलवा अभी नही किया जाएगा.


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