राहुल राठौर/उज्जैनः आज नागपंचमी के दिन उज्जैन के महाकाल मंदिर में हंगामा हो गया. दरअसल वीआईपी नेताओं के चलते मंदिर की भस्म आरती आधे घंटे की देरी से हुई! इसकी वजह ये थी कि सरकारी पास होने के बावजूद पुजारियों को भी मंदिर में एंट्री नहीं दी गई. जिन पुजारियों को एंट्री नहीं मिली, उनमें भस्म आरती के मुख्य पुजारी अज्जू गुरू भी शामिल हैं. इस घटना से पुजारी भड़क गए और इससे मंदिर परिसर में हंगामे की स्थिति बन गई. 


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क्या है मामला
विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में आज नागचंद्रेश्वर के पट खुल गए. नागचंद्रेश्वर और बाबा महाकाल के दर्शनों के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय उनके बेटे आकाश विजयवर्गीय और रमेश मेंदोला भी सुबह मंदिर पहुंचे. यहां नेताओं ने बाबा महाकाल के दर्शन किए और जल अर्पित किया. साथ ही नागचंद्रेश्वर के दर्शन भी किए. हालांकि यहां प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही सामने आई, जो हंगामे का कारण बनी.


दरअसल जिस वक्त कैलाश विजयवर्गीय, आकाश विजयवर्गीय और रमेश मेंदोला दर्शन कर रहे थे, उसी वक्त मंदिर में नियमित होने वाली भस्म आरती का समय भी रहा था. सुरक्षा कारणों के चलते पुजारियों को मंदिर में एंट्री नहीं दी गई. इनमें भस्म आरती करने वाले मुख्य पुजारी अज्जू गुरू भी शामिल थे. इस बात से अज्जू गुरू इतने नाराज हो गए कि उन्होंने VVIP ड्यूटी में तैनात अधिकारियों के सामने ही अपना शासकीय पास भी उतारकर फेंक दिया. उनका कहना ता कि जब मंदिर में रोज पूजन करने के बाद भी इस तरह का व्यवहार झेलना पड़ रहा है तो ये शासकीय पास किस काम का? 


इस बीच दर्शन कर बाहर की ओर जा रहे वीवीआईपी नेताओं को पुजारियों ने देख लिया, जिससे पुजारी भड़क गए और जोर से चिल्लाकर कहा कि सर, आपकी वजह से पुजारियों को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है, क्या कहेंगे आप? इस पर कैलाश विजयवर्गीय ने पुजारियों की तरफ देखा तो लेकिन कोई जवाब नहीं दिया. पुजारियों का कहना है कि आज आधा घंटे की देरी से भस्म आरती शुरू हो पाई और पहले भी कई बार ऐसा हो चुका है.