महाभारत काल से जुड़ा है बुरहानपुर का ये किला, हैरान कर देगा इसका इतिहास
Ranjana Kahar
Jul 27, 2024
असीरगढ़ किला
बुरहानपुर का असीरगढ़ किला काफी प्रसिद्ध है. इस किले पर स्थित शिव मंदिर भी अपने रहस्य के कारण भक्तों के बीच काफी प्रसिद्ध है.
अश्वत्थामा
ऐसा माना जाता है कि प्रतिदिन अश्वत्थामा स्वयं यहां भोलेनाथ की पूजा करने आते हैं और वे सबसे पहले शिवलिंग पर गुलाब का फूल चढ़ाते हैं.
इतिहास
असीरगढ़ किले का इतिहास बहुत पुराना है. यहां पांच हजार साल पुराना शिव मंदिर मौजूद है. श्रावण मास में देशभर से श्रद्धालु भोलेनाथ की पूजा करने इस मंदिर में पहुंचते हैं.
खुदाई
असीरगढ़ को लेकर किले के पश्चिमी हिस्से में खुदाई की गई थी. खुदाई के दौरान पुरातत्व विभाग की टीम को कई रहस्यमयी चीजें मिलीं थी.
महाभारतकाल
कहा जाता है कि महाभारत के प्रमुख पात्रों में से एक अश्वत्थामा आज भी इस किले में मौजूद हैं.
श्राप
अपने पिता की मृत्यु का बदला लेने निकले अश्वत्थामा को भगवान कृष्ण ने युगों-युगों तक भटकने का श्राप दिया था.
गुप्तेश्वर महादेव
तालाब से थोड़ी दूरी पर गुप्तेश्वर महादेव के नाम से भगवान शिव का प्रसिद्ध मंदिर है. मंदिर के चारों ओर गहरी खाइयां हैं.
गुप्त रास्ता
ऐसा माना जाता है कि इनमें से एक खाई में गुप्त रास्ता है, जो मंदिर से जुड़ा हुआ है.