स्किन के नीचे दिखने वाली नीली नसों तकलीफदेह भी हो सकती हैं.
महिलाओं में ज्यादा
महिलाओं में ये होने की संभावना ज्यादा होती है. प्रेगनेंसी और पीरियड्स के दौरान होने वाले हार्मोनल बदलाव इसके होने का खतरा बढ़ा देते हैं.
बढ़ती उम्र
उम्र बढ़ने के साथ इसका खतरा बढ़ जाता है क्योंकि बढ़ती उम्र के साथ नसों का लचीलापन कम हो जाने से नसों में ब्लड जमा हो जाता है और ये ही वैरेकोस वेन बन जाता है.
मोटापा
बढ़ता हुआ वजन नसों पर ज्यादा दबाव डालता है जिससे ये होने की सम्भावना बढ़ सकती है.
फैमिली हिस्ट्री
अगर परिवार के किसी सदस्य को अगर पहले से इसकी समस्या रही है तो अन्य सदस्यों में भी होने का जोखिम बढ़ जाता है.
लंबे समय तक खड़े या बैठे रहना
अगर लगातार एक ही स्थिति में बैठा या खड़ा रहा जाए तो ब्लड फ्लो सही तरीके से नहीं हो पाता है जिससे वैरिकोज वेन्स की समस्या हो सकती है.
वैरिकोज वेन्स से बचने के उपाय
जीवनशैली में सुधार
जैसे शारीरिक गतिविधियां बढ़ाएं, ज्यादा देर तक एक जगह पर न बैठें
आहार
विटामिन-ए (गाजर, शलजम). विटामिन-बी (फल, दालें) ,विटामिन-सी वाले आहार लें और लौकी पर्याप्त मात्रा में खाएं चुंकि इसमें जिंक होता है जो कोलेजेन के निर्माण में सहायक होता है.
Disclaimer
इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित है. Zee Media इसकी पुष्टि नहीं करता. किसी भी जानकारी को अमल में लाने के पहले विशेषज्ञ की सलाह लें.