राम-रावण युद्ध, लक्ष्मण जी को क्यों लेनी पड़ी थी हनुमान जी की मदद

Zee News Desk
Jun 24, 2024

रावण के पुत्र उसके के ही जैसे शक्तिशाली माने जाते थे.

शक्तिशाली होने के साथ-साथ वह रावण के जैसे ही क्रूर और अहंकारी माने जाते थे.

क्या आप जानते हैं कि रावण का पुत्र अतिकाय ने ब्रह्मास्त्र को भेद दिया था.

पौराणिक कथाओं के अनुसार, अतिकाय रावण की दूसरी पत्नी दम्यमालिनी का पुत्र था.

कहा जाता है कि अतिकाय के पास एक ब्रह्म कवच था जो उसे ब्रह्मा से मिला था. ब्रह्म कवच उसे हर प्रहार से बचा था.

रामायण युद्ध में लक्ष्मण जी और अतिकाय का युद्ध हुआ था.

युद्ध में लक्ष्मण जी अतिकाय को पराजित नहीं कर पा रहे थे.

हनुमान जी की मदद

ऐसे में उन्होंने हनुमान जी ने लक्ष्मण जी को अपने कंधे पर बैठा लिया और उन्हें आसमान में की ओर ले गए.

अतिकाय का वध

हनुमान जी ने अतिकाय पर ब्रह्मास्त्र छोड़ा लेकिन अतिकाय के ब्रह्म कवच को भेद दिया और उसका वध किया. अतिकाय का वध रामायण युद्ध में बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है.

डिस्क्लेमर: ये जानकारी सामान्य और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. 

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