Forcibly entered in Ram Mandir and Offered Namaz: मध्य प्रदेश के शाजापुर (Shajapur) जिले से बेहद हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक मंदिर में नमाज अदा करने के बाद बवाल मच गया. आरोप है कि राम मंदिर परिसर (Ram Mandir) में तीन मुस्लिम शख्स घुस गए. रोकने के बाद भी उन्होंने मंदिर परिसर में जबरन नमाज पढ़ी, जिसको लेकर मंदिर के पुजारी ओमप्रकाश शर्मा की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है. ये मामला शाजापुर जिले के गुलाना गांव का है.


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बाबू,रुस्तम और अकबर खां.. जबरदस्ती मंदिर में घुसे


मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले के गुलाना गांव का में स्थित राम मंदिर में बाबू खां, रुस्तम खां और अकबर खां नाम के तीन भाइयों जबरदस्ती मंदिर में घुसे और मंदिर परिसर में जाकर नमाज अदा की. पुजारी के मुताबिक, तीन भाई शाम को करीब पौने छह बजे मंदिर परिसर में आए और वहां पर उन्होंने मंदिर परिसर में रखे हुए मटके के पानी से बकायदा पैर धुले उसके बाद वहीं बैठकर नमाज पढ़ने लगे. उन्हें ऐसा करते देख मंदिर के पुजारी ने रोकने की कोशिश की, लेकिन वो नहीं माने. मंदिर के पुजारी ने तीनों भाइयों के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी है.



एफआईआर दर्ज कर पुलिस कर रही मामले की जांच


बताया जा रहा है कि ये तीनों मंदिर के पास में स्थित बैंक में काम से आएं थे और नमाज का समय होने पर परिसर में नमाज अदा कर ली. राम मंदिर में नमाज अदा करने की खबर फैलते ही हंगामा मच गया. लोगों की तीखी प्रतिक्रिया के बाद पुलिस ने इस केस में धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में तीनों भाइयों पर एफआईआर दर्ज की. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है. मामला 25 अक्टूबर का बताया जा रहा है. पुजारी की शिकायत पर तीनों के खिलाफ मंदिर परिसर में नमाज पढ़कर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का केस दर्ज किया गया है.


सलसलाई थाना प्रभारी जनक सिंह रावत ने बताया कि इस केस में भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 298, 3(5) के तहत बाबू खां, रुस्तम खां और अकबर खां पर एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस मामले की गहराई से जांच करके आगे की कार्रवाई करेगी. पुजारी की शिकायत पर तीनों के खिलाफ मंदिर परिसर में नमाज पढ़कर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने काकेस दर्ज किया गया है. इस पूरे मामले में गांव के सरपंच ने कहा तीनों बुजुर्ग है और बैंक में काम से आएं थे, इसी दौरान नमाज का समय हो गया और उन्होंने परिसर में नमाज पढ़ ली. ऐसा कोई विशेष मामला नहीं है.