UP OBC Quota Jobs: पिछले 10 साल में ओबीसी कोटे में किसे कितनी नौकरियां मिली हैं, इसे लेकर आज यूपी में सभी विभागों की बैठक होने वाली है. इस बैठक को लेकर महान दल ने सरकार की नीयत पर सवाल खड़े किए हैं. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव देव मौर्य ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पिछले 10 साल में ओबीसी कोटे के तहत किसे-कितनी नौकरियां मिली हैं, इसका आंकड़ा जनता योगी सरकार से चाहती है. उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार ने पिछड़े और दलितों के लिए कोई काम नहीं किया. उन्होंने कहा कि सभी विभागों से जनवरी 2010 से मार्च 2020 तक की गई ओबीसी भर्तियों में सभी उम्मीदवारों की उप-जाति का विवरण देने को कहा गया है. इसे लेकर आज इन विभागों की बैठक होने वाली है. उन्होंने बैठक को लेकर कहा कि सरकार ने मीटिंग का विषय तो अच्छा रखा है लेकिन उसकी नीयत पर यकीन नहीं है.  


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

केशव देव मौर्य ने कहा, कभी भी बीजेपी की सरकार ने दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों के लिए अच्छे मन से कोई काम नहीं किया.दलित-पिछड़े सभी नेताओं की मांग है कि जाति जनगणना करा ली जाए. बीजेपी और कांग्रेस जनगणना के विषय से भागती रही हैं. बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव में हिस्सेदारी ना मिलने से खफा केशव देव मौर्य ने सपा से गठबंधन तोड़ने की बात कह कर कई तरह के आरोप लगाए थे. सपा गठबंधन में महान दल को केवल दो सीटें मिली थीं. केशव की पत्नी और बेटे को सपा के चुनाव चिह्न साइकिल पर चुनाव लड़ाया गया था लेकिन दोनों हार गए.


उन्होंने कहा था कि हमें केवल दो विधानसभा सीट दी गई जबकि हमने 13 विधानसभा सीटें मांगी थी. हम चुनाव तक शांत थे. केशव देव मौर्य ने कहा कि जब आठ विधानसभा सीट वाले को राज्यसभा भेजा जा सकता है. तो हमारे गठबंधन में हमें विधान परिषद सदस्य क्यों नहीं बनाया गया. 


ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर