Devendra Fadnavis Government: आखिरकार इस चुनावों के बाद महाराष्ट्र की राजनीति का एक और बड़ा सस्पेंस रविवार को खत्म होने वाला है. शाम 4 बजे नागपुर में देवेंद्र फडणवीस की महायुति सरकार का पहला मंत्रिमंडल विस्तार होगा. लंबे समय से अटके इस कैबिनेट विस्तार को लेकर कयासों का दौर अब खत्म हो गया है. जानकारी के मुताबिक बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी के गठबंधन से कुल 35 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी. नागपुर के राजभवन में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन विधायकों को शपथ दिलाने के लिए तैयार हैं. साथ ही समारोह की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. इसके साथ ही आइए लिस्ट पर नजर मार लेते हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

किसके सितारे चमके?
असल में जानकारी के मुताबिक मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले नेताओं को फोन कॉल्स का सिलसिला शुरू हो चुका है. बीजेपी के पंकजा मुंडे, नितेश राणे और गिरीश महाजन जैसे नामों को शपथ के लिए बुलावा मिला है. शिवसेना से गुलाबराव पाटिल, शंभुराजे देसाई, और एनसीपी से छगन भुजबल, अदिति तटकरे जैसे दिग्गजों का नाम फाइनल माना जा रहा है. वहीं, बीजेपी ने 20 मंत्री पदों में से कुछ खाली रखने की योजना बनाई है. शिवसेना को 13 और एनसीपी को 10 मंत्री पद मिलेंगे.


फॉर्मूला और विभाग का गणित
सूत्रों के अनुसार, यह भी बताया गया कि बीजेपी गृह और वित्त मंत्रालय जैसे प्रमुख विभाग अपने पास रखेगी. शिवसेना और एनसीपी को उनके पिछली महायुति सरकार में रहे विभाग मिल सकते हैं. हालांकि, इस बार शिवसेना को एक अतिरिक्त मंत्रालय भी दिया जा सकता है. गिरीश महाजन और रवींद्र चव्हाण जैसे वरिष्ठ नेताओं को संगठनात्मक जिम्मेदारियां दी जा सकती हैं.


फाइव स्टार बंगले तैयार
नए मंत्रियों के लिए नागपुर में खास फाइव स्टार बंगले तैयार किए गए हैं. इन बंगलों में कार्यालय, शयनकक्ष, भोजन कक्ष और बैठने की जगह शामिल है. 16 दिसंबर से नागपुर में शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र से पहले यह बंगले नए मंत्रियों को सौंपे जाएंगे.


महायुति की राजनीतिक ताकत का प्रदर्शन
कैबिनेट विस्तार के लिए नागपुर को चुना जाना बीजेपी की राजनीतिक रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के गृह जिले में यह कार्यक्रम आयोजित कर वे अपनी राजनीतिक ताकत का प्रदर्शन करना चाहते हैं. नागपुर में तैयारियों का आलम यह है कि हर कोई यह जानने को उत्सुक है कि किस विधायक का नसीब खुलेगा.


फिलहाल यह कैबिनेट विस्तार महायुति सरकार की स्थिरता और शक्ति का संदेश देने के साथ-साथ पार्टी के भीतर और बाहर के समीकरणों को साधने की कोशिश भी है. मजे की बात यह है कि अभी भी फाइनल नहीं बताया गया है कि गृह विभाग किसको दिया जा रहा है लेकिन यह बताया जा रहा कि बीजेपी ने शिंदे को साध लिया है और यह विभाग बीजेपी के पास ही रहेगा.