Maharashtra: Prank Video के नाम पर बनाए सैकड़ों शिकार, करोड़ों की कमाई के बाद 3 गिरफ्तार
आरोपियों के काम करने का तरीका एकदम प्रोफेशनल था. गिरोह लड़कियों को एक्टिंग के नाम पर बुलाता था. जिन्हें 500 से 1500 रुपये तक दिए जाते थे. अश्लील वीडियो बनाने के लिए रॉक गार्डन, कार्टर रोड, अक्सा बीच और बीएमसी ग्राउंड जैसे पब्लिक प्लेस की लोकेशन चुनी जाती थी.
मुंबई: मुंबई क्राइम ब्रांच (Mumbai Crime Branch) ने बड़ी कार्रवाई की है. साइबर सेल ने इस बार प्रैंक के नाम पर अश्लील वीडियो बनाकर मोटी कमाई करने वालों पर शिकंजा कसा है. धोखे से बनाए इन वीडियो को लाखों व्यूज मिलते थे. जिन्हें यूट्यूब (Youtube) और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड किया जाता था. पुलिस ने रैकेट का पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. कोरोना काल (Corona Crisis) के दौरान शातिर आरोपियों ने 17 यूट्यूब चैनल्स पर 300 से ज्यादा वीडियो बनाकर करीब 2 करोड़ की कमाई की थी.
आरोपियों का बैकग्राउंड
पुलिस के शिकंजे में आए आरोपियों में एक मुकेश गुप्ता ठाणे में कोचिंग क्लास चलाता है. वहां तीन सौ से ज्यादा बच्चे पढ़ते हैं. कोचिंग के अंडरएज बच्चों के वीडियो भी इन्होंने अपलोड किए थे. दूसरा आरोपी जीतू गुप्ता बीएचएमएस का छात्र है जो सेकंड ईयर में पढ़ता है. वहीं तीसरे आरोपी का नाम नटखट प्रिंस है जो बीएमएम सेकंड ईयर का छात्र है. मुकेश गुप्ता ने साल 2008 में 10वीं की परीक्षा के दौरान 98 % नंबर हासिल किए थे.
'इस तरह होता था काम'
आरोपियों के काम करने का तरीका एकदम प्रोफेशनल था. गिरोह लड़कियों को एक्टिंग के नाम पर बुलाता था. जिन्हें 500 से 1500 रुपये तक दिए जाते थे. अश्लील वीडियो बनाने के लिए रॉक गार्डन, कार्टर रोड, अक्सा बीच और बीएमसी ग्राउंड जैसे पब्लिक प्लेस की लोकेशन चुनी जाती थी. आरोपी वीडियो शूट करके उसे यूट्यूब, फेसबुक पर अपलोड कर देते थे. इनके बनाए वीडियो को करीब 15 करोड़ व्यूज मिल चुके हैं. इनके सभी वीडियो में लड़कियों के प्राइवेट पार्ट्स को गलत तरीके से छुआ जाता था.
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एक आरोपी ने अपने काम के लिए मैनेजर भी रखा था. जिसके जरिए ये लोग फिल्म लाइन से जुड़े लोगों और आर्टिस्ट की चर्चा करते थे. फिर बुलाए गए लड़कों और लड़कियों को उनका रोल बताया जाता था. ये लोग लड़कियों को अश्लील वीडियो बनाने के लिए भी तैयार करते थे. इनके बनाए गए वीडियो ज्यादातार 10 से 15 मिनट के होते थे.
यूं हुई करोड़ों की कमाई
जांच में पता चला कि इनके वीडियो पर लाखों व्यूज मिलते थे जिससे ये लोग यूट्यूब चैनल, और फेसबुक पेज मॉनेटाइजेशन करा चुके थे. वहीं प्राइवेट एडवरटाइजर्स के जरिए भी आरोपियों ने एक-एक वीडियो से लाखों रुपये कमाए थे.
पुलिस ने बंद कराई दुकान
मुंबई पुलिस ने इन शातिर आरोपियों के यूट्यूब चैनल समेत कई अश्लील चैनलों को बंद करवा दिया है. पुलिस को उम्मीद है कि इस मामले में अभी कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं.
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