Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन की भारी जीत के बाद सरकार गठन की प्रक्रिया तेज हो गई है. भाजपा ने 132 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर अपनी स्थिति मजबूत की है, जबकि शिवसेना को 57 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को 41 सीटें मिली हैं. हालांकि, चुनाव परिणाम आने के एक सप्ताह से अधिक समय बाद भी मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान नहीं हुआ है. इस बीच राकांपा प्रमुख अजित पवार दिल्ली पहुंचे हैं. उनकी अमित शाह से मुलाकात होनी है.


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अजित पवार की दिल्ली यात्रा और शाह से मुलाकात


राकांपा नेता और उपमुख्यमंत्री अजित पवार दिल्ली पहुंचे हैं. यहां उनकी मुलाकात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से होनी है. अजित पवार और शाह की इस मुलाकात को महाराष्ट्र की राजनीतिक हलचल में बेहद अहम माना जा रहा है. महाराष्ट्र सरकार में राकांपा को उपमुख्यमंत्री पद मिलने की संभावना जताई जा रही है.


भाजपा विधायक दल की बैठक चार दिसंबर को


भाजपा ने चार दिसंबर को अपने विधायक दल की बैठक बुलाई है. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को इस बैठक के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है. इस बैठक में भाजपा के नए विधायक दल के नेता का चयन होगा, जो महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री बनेंगे. सूत्रों के मुताबिक, पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इस दौड़ में सबसे आगे हैं.


एकनाथ शिंदे का असंतोष और वापसी


चुनावी नतीजों के बाद कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने पैतृक गांव सतारा का दौरा किया. शिंदे के इस दौरे को लेकर अटकलें थीं कि वह मुख्यमंत्री पद की दौड़ से बाहर होने पर नाराज हैं. हालांकि, उन्होंने इसे केवल आराम के लिए गांव जाने का फैसला बताया. शिंदे ने यह भी स्पष्ट किया कि वह भाजपा के फैसले का समर्थन करेंगे और गठबंधन की सहमति से सरकार गठन को प्राथमिकता देंगे.


शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां जोरों पर


भाजपा ने घोषणा की है कि नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह पांच दिसंबर को दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में होगा. इस भव्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य शीर्ष नेता मौजूद रहेंगे. समारोह को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं.


महायुति सरकार में शिवसेना-राकांपा की अहम भूमिका


महायुति गठबंधन की सरकार में शिवसेना और राकांपा को उपमुख्यमंत्री पद मिलने की संभावना है. हालांकि, शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे ने खुद को उपमुख्यमंत्री पद की दौड़ से बाहर बताया है. उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका लक्ष्य पार्टी संगठन को मजबूत करना है.


देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे


मुख्यमंत्री पद की दौड़ में भाजपा के देवेंद्र फडणवीस को सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा है. दो बार मुख्यमंत्री रह चुके फडणवीस का अनुभव और उनकी नेतृत्व क्षमता भाजपा के लिए एक बड़ा कारक हो सकती है.


महाराष्ट्र की सियासत पर देश की नजरें


महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर चल रही खींचतान देशभर के राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है. अजित पवार और अमित शाह की मुलाकात के बाद संभावित समीकरणों पर अटकलें और तेज हो गई हैं. शिंदे के असंतोष और भाजपा की रणनीति के बीच, मुख्यमंत्री पद के नाम का ऐलान महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ा मोड़ ला सकता है. महाराष्ट्र में नई सरकार का गठन राज्य की सियासी स्थिरता और विकास के लिए महत्वपूर्ण होगा. पांच दिसंबर का शपथ ग्रहण समारोह इस नई शुरुआत का प्रतीक बनेगा.


(एजेंसी इनपुट के साथ)