Maharashtra Political Crisis: शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे असम के गुवाहाटी में डेरा डाले हुए हैं. शिंदे का दावा है कि उनके पास 40 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है. महाराष्ट्र के ये सभी बागी विधायक गुवाहाटी के होटल रेडिसन ब्लू में रह रहे हैं.


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शिंदे और शिवसेना के बीच छिड़ी इस जंग को एक हफ्ते हो गए हैं. दोनों के बीच ये लड़ाई सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुकी है. ये लड़ाई लंबी भी खिंचती जा रही है. गुवाहाटी में जो बागी विधायक रुके हैं उनके लिए ये भी समय मुश्किल हो गया है, क्योंकि बीते एक हफ्ते से वे होटल में ही कैद हैं. वे कड़ी सुरक्षा में रह रहे हैं. ये विधायक होटल में अपना समय कैसे काटते और क्या करते हैं दिनभर, इसकी जानकारी हम आपको दे रहे हैं.  


इनडोर गेम खेलते हैं विधायक


महाराष्ट्र के बागी विधायक शतरंज और लूडो सहित विभिन्न इनडोर खेल खेलकर अपना समय गुजार रहे हैं.  विधायकों के एक करीबी सूत्र ने नाम न बताने की शर्त पर मीडिया को बताया, कुछ बैठकों के अलावा, गुवाहाटी में उनकी कोई अन्य गंभीर गतिविधि नहीं है. अपना समय बिताने के लिए, वे खुद को व्यस्त रखने के लिए शतरंज और लूडो सहित विभिन्न इनडोर गेम खेल रहे हैं. 


महाराष्ट्र के असंतुष्ट मंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में बागी विधायकों को होटल के बाहर जाने की इजाजत नहीं है. शुरूआत में विधायकों ने करीब एक हफ्ते के लिए होटल के कमरे बुक किए. असम के बीजेपी विधायक, नेता और मंत्री कभी-कभार होटल आते हैं और महाराष्ट्र के सांसदों से संक्षिप्त बातचीत करते हैं.


उद्धव ठाकरे ने की ये कार्रवाई 


उधर, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गुवाहाटी के होटल में ठहरे हुए 9 बागी मंत्रियों के विभाग सोमवार को छीन लिए जबकि बागी विधायक अपनी याचिका उच्चतम न्यायालय में लेकर पहुंचे जिसने विधानसभा उपाध्यक्ष द्वारा उनके खिलाफ शुरू की गई अयोग्यता कार्यवाही पर 11 जुलाई तक रोक लगा दी. 


शिवसेना के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार के खिलाफ शुरू हुई बगावत को एक हफ्ते हो रहा है. उनका 40 से ज्यादा विधायकों के समर्थन का दावा है. दोनों ही पक्ष अपने रुख पर अड़े हुए हैं और लंबी लड़ाई के लिए तैयार दिख रहे हैं. 


शिवसेना में अब चार कैबिनेट मंत्री हैं जिनमें मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, अनिल परब और सुभाष देसाई शामिल हैं. शिवसेना के अगुवाई वाली महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार में बगावत से पहले, पार्टी के 10 कैबिनेट मंत्री और चार राज्य मंत्री थे. चारों राज्यमंत्री विरोधी खेमे में शामिल हो गए हैं. एनसीपी और कांग्रेस एमवीए के अन्य प्रमुख घटक हैं.



(इनपुट- न्यूज एजेंसी IANS)


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