Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र के मंत्री एकनाथ शिंदे के बागी होने से राज्य में सियासी संकट खड़ा हो गया है. शिवसेना के दिग्गज नेता शिंदे 40 विधायकों के साथ असम के गुवाहाटी में है. उनके नाराज होने से ठाकरे सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच 5 विकल्प सामने आ रहे हैं, जिन्हें अपनाकर राज्य की राजनीति में मची उठापठक को शांत किया जा सकता है. कौन से हैं वो विकल्प आइए उसपर नजर डालते हैं. 


महाराष्ट्र सरकार में 5 विकल्प


- एकनाथ शिंदे के समर्थन से बीजेपी सरकार बना ले. 
- शिवसेना बीजेपी के साथ सरकार बना ले. 
- शिवसेना एकनाथ शिंदे को मना ले. 
- एकनाथ शिंदे को शिवसेना बर्खास्त कर दे और बागी विधायक पार्टी में वापस लौट आएं.  
- फ्लोर टेस्ट में महाविकास अघाडी गठबंधन की हार हो जाए. 


कैसे होगा फ्लोर टेस्ट? 


सूत्रों के मुताबिक, एकनाथ शिंदे आज यानी बुधवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को एक लेटर फैक्स कर सकते हैं. इस पत्र के जरिए वे तकरीबन 40 विधायकों का महाविकास आघाडी सरकार को समर्थन ना होने का दावा पेश कर सकते हैं. इस चिट्ठी के आधार पर राज्यपाल बाद में फ्लोर टेस्ट पर फैसला लेंगे, जहां उद्धव सरकार को अपना बहुमत साबित करना पड़ सकता है. 


ये भी पढ़ें-  Maharashtra Political Crisis: 40 विधायकों के साथ सूरत से गुवाहाटी शिफ्ट हुए शिंदे, एयरपोर्ट पर बीजेपी के इस सांसद ने संभाला मोर्चा


शिंदे-बीजेपी कैसे बनाएंगे सरकार? 


एकनाथ शिंदे की मंशा अपने साथ शिवसेना के और विधायकों को जोड़ने की है, जो मुंबई में हैं ताकि वह दो तिहाई का आंकड़ा पार कर सकें. सूत्रों का दावा है कि इस बात की संभावना है कि शिंदे इस लक्ष्य को हासिल करने में सफल हो सकते हैं.


फिलहाल शिंदे के खेमे में 40 विधायक हैं. वहीं, बीजेपी+ के पास 113 हैं. महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटें हैं और यहां पर बहुमत का आंकड़ा 145 है. शिंदे को लेकर बीजेपी को अगर 41 विधायकों का समर्थन मिल जाता है तो उसके पास 154 का आंकड़ा हो जाएगा, जो बहुमत को पार कर जाएगा. 


 Maharashtra Political Crisis: शिवसेना के 'बागी' एकनाथ शिंदे बढ़ाएंगे सीएम उद्धव की मुश्किलें, आज उठा सकते हैं ये बड़ा कदम