NEET Exam Controversy: नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) एग्जाम में शामिल होने आईं मुस्लिम छात्राओं को उस वक्त मुश्किलों का सामना करना पड़ा, जब उनसे एग्जाम सेंटर पर बुर्का और हिजाब हटाने को कहा गया. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुछ पीड़ित छात्राओं के माता-पिता ने पुलिस से शिकायत की है और मामले की जांच की जा रही है. इस घटना को लेकर दो मुस्लिम छात्राओं ने पुलिस से शिकायत की है.


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पुलिस अधिकारी ने इस घटना से संबंधित शिकायतों का हवाला देते हुए कहा, 'नीट (ग्रेजुएट) एग्जाम रविवार को वाशिम में 6 सेंटर्स पर हुआ था. दो लड़कियों को अपना बुर्का और हिजाब हटाने के लिए कहे जाने की यह घटना मातोश्री शांताबाई गोटे कॉलेज में हुई थी. पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक जांच में शामिल कर्मचारियों ने छात्राओं को बुर्का-हिजाब स्वेच्छा से नहीं हटाने पर उसे काटने की बात कही और आपत्तिजनक टिप्पणी की.


एक पीड़ित छात्रा ने बताया कि संबंधित कॉलेज के अधिकारियों ने पहले उन्हें परीक्षा के लिए परिसर में आने की अनुमति दी और फिर बाद में उन्हें अपना हिजाब और बुर्का बाहर निकालने के लिए कहा. एक छात्रा ने कहा, 'हमने उन्हें अपनी जांच करने और फिर हमें अंदर जाने की अनुमति देने के लिए कहा, लेकिन संबंधित कर्मचारियों ने हमसे अपमानजनक तरीके से बात की और उनका व्यवहार अच्छा नहीं था.'


केरल में भी इनरवियर उतारने को कहा गया


दूसरी ओर केरल के कोल्लम जिले में नीट परीक्षा में शामिल होने आईं छात्राओं को उस समय बेहद अपमानजनक स्थिति का सामना करना पड़ा जब परीक्षा में बैठने से पहले उन्हें इनरवियर उतारने के लिए कहा गया.पहली बार नीट परीक्षा देने आई 17 वर्षीय एक छात्रा के पिता के मुताबिक उनकी बेटी अब तक उस भयावह अनुभव को नहीं भूल पाई है जब उसे तीन घंटे से अधिक समय तक ब्रा के बिना बैठने के लिए मजबूर होना पड़ा.


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