नई दिल्ली: मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने कहा है कि उत्तर पश्चिम भारत में लू और चिलचिलाती गर्मी का प्रकोप फिलहाल खत्म हो गया है. उन्होंने ये भी कहा कि बादलों की लगातार मौजूदगी के कारण अभी पारे में दो से तीन डिग्री की गिरावट होने की संभावना है.


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मंगलवार को न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए जेनामणि ने कहा, 'हीटवेव का प्रमुख दौर खत्म हो गया है. लू का सबसे बुरा असर दिल्ली में  9, 10 और 11 अप्रैल को देखने को मिला. जो पिछले 72 सालों में सबसे ज्यादा था. इस मौसम में अभी तक दिल्ली में लू की स्थिति करीब 13 दिन तक रही.'


5 से 6 दिनों तक लू नहीं चलने का अनुमान


IMD की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक आंशिक रूप से बादल छाए रहने से दिल्ली में मंगलवार को भीषण गर्मी से कुछ राहत मिली. जबकि राष्ट्रीय राजधानी में अगले पांच से छह दिनों तक लू का अनुमान नहीं है. वहीं सफदरजंग वेधशाला में सोमवार को दर्ज हुआ अधिकतम तापमान 42.6 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले 39.5 डिग्री सेल्सियस रहा. मौसम विभाग ने कहा कि आंशिक रूप से बादल छाए रहने के बीच अगले तीन दिनों तक अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है.


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स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स स्टेशन सबसे गर्म


स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स स्टेशन शहर का सबसे गर्म स्थान रहा, जहां का अधिकतम तापमान 41.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ. मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में इस साल अप्रैल में अब तक पांच दिन ऐसे दर्ज हुए हैं जब भीषण लू चली है. यह संख्या 12 वर्षों में सबसे अधिक हैं. इससे पहले अप्रैल, 2017 में ऐसे चार दिन दर्ज किए थे. बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी में 21 अप्रैल, 2017 को अधिकतम तापमान 43.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. वहीं अप्रैल महीने का अब तक का उच्चतम अधिकतम तापमान 29 अप्रैल, 1941 को 45.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था.


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