नई दिल्लीः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने फिर से लोकपाल चयन समिति बैठक में हिस्सा लेने का विरोध किया है. उन्होंने 'विशेष आमंत्रित सदस्य' के तौर पर बुलाए जाने का विरोध करते हुए शुक्रवार को प्रस्तावित लोकपाल चयन समिति की बैठक का बहिष्कार किया है. बता दें कि खड़गे ने पहले भी इस बैठक का बहिष्कार कर चुके हैं.


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मल्लिकार्जुन खड़गे ने इससे पहले साल 2018 सितंबर में भी लोकपाल चयन समिति की बैठक का विरोध करते हुए इसमें हिस्सा नहीं लिया था. उस वक्त उन्होंने कहा था कि वह तक बैठक में शामिल नहीं होंगे, जब तक कि उन्हें विशेष आमंत्रित सदस्य के बजाए पूर्ण सदस्य का दर्जा नहीं दिया जाता है.


लोकसभा में कांग्रेस के नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में कहा कि लोकपाल अधिनियम-2013 की धारा चार में 'विशेष आमंत्रित सदस्य' के लोकपाल चयन समिति की हिस्सा होने या इसकी बैठक में शामिल होने का कोई प्रावधान नहीं है.



उन्होंने आरोप लगाया कि 2014 में सत्तासीन होने के बाद से इस सरकार ने लोकपाल कानून में ऐसा संशोधन करने का कोई प्रयास नहीं किया जिससे विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी का नेता चयन समिति के सदस्य के तौर पर बैठक में शामिल हो सके. 


उन्होंने इससे पहले भी प्रधानमंत्री को इस मामले में पत्र लिखा है. पत्रों के जरिए उन्होंने लगातार कहा है कि प्रक्रिया में भागीदारी, राय दर्ज कराने और मतदान के अधिकार बगैर 'विशेष आमंत्रित सदस्य' के तौर पर उपस्थित होने के इस निमंत्रण को स्वीकार करना लोकपाल अधिनियम का उल्लंघन होगा. इसलिए वह इस निमंत्रण को खारिज करने के लिए मजबूर हैं.