Mamata Banerjee on Bangladesh Violence: बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चौंकाने वाला बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अगर बांग्लादेशी हमारा दरवाजा खटखटाएंगे तो हम उन्हें शरण देंगे. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार हिंसा प्रभावित बांग्लादेश के लोगों को आश्रय देगी. बांग्लादेश हिंसा में 40 से अधिक लोग मारे गए हैं. पूरे देश में कर्फ्यू लगा दिया गया है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या ममता के पास बांग्लादेशियों को शरण देने का अधिकार है?


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..तो हम उन्हें आश्रय देंगे


पहले आपको ममता बनर्जी के बयान के बारे में बताते हैं.. उन्होंने कहा कि मैं बांग्लादेश के बारे में कुछ नहीं बोल सकती क्योंकि यह एक अलग देश है. भारत सरकार इस बारे में बात करेगी. लेकिन अगर असहाय लोग (बांग्लादेश से) बंगाल के दरवाजे पर दस्तक देते हैं, तो हम उन्हें आश्रय देंगे. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव का हवाला देते हुए पड़ोसी शरणार्थियों के सम्मान की बात कही.


हरसंभव सहयोग का आश्वासन


ममता बनर्जी ने कोलकाता में भारी बारिश के बीच तृणमूल कांग्रेस की एक मेगा 'शहीद दिवस' रैली को संबोधित करते हुए बांग्लादेश हिंसा का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि मैं बंगाल के निवासियों को हरसंभव सहयोग का आश्वासन देती हूं जिनके रिश्तेदार हिंसा प्रभावित बांग्लादेश में फंसे हुए हैं.


ममता के पास अधिकार नहीं..


बांग्लादेशियों को शरण देने के ममता बनर्जी के ताजा बयान में राजनीति ज्यादा और व्यावहारिकता कम है. सबसे पहले तो यूएन का कोई रेजोल्यूशन किसी देश पर बाध्य नहीं है. ममता बनर्जी अगर 1951 के यूएन कन्वेन्शन का जिक्र कर रही हैं तो उस पर भारत ने दस्तखत ही नहीं किए हैं. राज्य सरकार अपने स्तर पर किसी देश के साथ सीमा खोलने या किसी देश के नागरिकों को शरण देने का फैसला नहीं कर सकती है. यह केंद्र का फैसला होता है.


40 से अधिक लोग मारे गए


बता दें कि बांग्लादेश में हिंसा अभी थमी नहीं है. इसपर लगाम लगाने के लिए अधिकारियों ने पूरे देश में सख्त कर्फ्यू लगा दिया है. सैन्य कर्मियों ने राजधानी ढाका के कुछ हिस्सों में गश्त की. हिंसा तब भड़की जब सरकारी नौकरियों के आवंटन को लेकर देश के कुछ हिस्सों में विरोध शुरू हुआ. हिंसा में अब तक 40 से अधिक लोग मारे गए हैं और सैकड़ों घायल हैं.


भाजपा पर साधा निशाना


ममता बनर्जी ने कार्यक्रम में मौजूद समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव की भी उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनावों में उनकी पार्टी के प्रदर्शन के लिए सराहना की. उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार लंबे समय तक नहीं चलेगी. यह स्थिर सरकार नहीं है और जल्द ही गिर जाएगी. आपने यूपी में जो 'खेल' खेला, उससे भाजपा सरकार (यूपी में) को इस्तीफा देना चाहिए था, लेकिन बेशर्म सरकार एजेंसियों और अन्य साधनों का दुरुपयोग करके सत्ता में बनी हुई है.


भाजपा पर अखिलेश का बड़ा हमला


रैली में अखिलेश यादव ने कहा कि बंगाल के लोगों ने भाजपा से लड़ाई की और उन्हें पीछे छोड़ दिया, यही उत्तर प्रदेश में भी हुआ... दिल्ली में सरकार में बैठे लोग कुछ दिनों के लिए ही सत्ता में हैं. वो सरकार चलने वाली नहीं है, वो सरकार गिरने वाली है.