जीत के बाद ममता का PM Modi पर निशाना, कहा- जनादेश को करें स्वीकार
चुनावी नतीजों के बाद से ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लगातार पीएम नरेंद्र मोदी पर हमलावर हैं. शपथ लेने के बाद वे मोदी को पत्र भी लिख चुकी हैं. एक बार फिर उन्होंने केंद्र सरकार पर कई आरोप लगाए हैं.
नई दिल्ली: विधानसभा में शनिवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Pm Narendra Modi) एक सार्वभौमिक वैक्सीन योजना को लागू करने में विफल रहे हैं, लेकिन पश्चिम बंगाल (West bengal) में हमारी सरकार लोगों की बेहतरी के लिए काम करेंगी. बनर्जी ने कहा कि मैंने पीएम मोदी को पत्र लिखा था लेकिन उन्होंने अभी तक मुझे जवाब नहीं दिया है.
हमारी ऑक्सीजन-वैक्सीन दूसरों को दी जा रही
सीएम बनर्जी ने आरोप लगाया है कि 'हमारे हिस्से की ऑक्सीजन दूसरे राज्यों को दी जा रही है. आप बंगाल में हार गए हैं, तो इसे स्वीकार करिए. उनके द्वारा फैलाए गए 99% वीडियो फर्जी हैं. बंगाल एक ऐसा राज्य है जहां सभी जाति और समुदाय एक साथ मिलकर रहते हैं. मैं सभी विधायकों से आग्रह करती हूं कि आपने क्षेत्रों में शांति बनाए रखने की पूरी कोशिश करें. उन्हें दंगे न भड़काने दें. आरोपियों के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करें.'
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बंगाल ने भारत को बचाया है
2 मई को आए नतीजों में मिले बहुमत का हवाला देते हुए बनर्जी ने कहा, 'टीएमसी ने दोहरा शतक बनाया है. जबकि उन्होंने हम पर दबाव बनाने एजेंसियों का इस्तेमाल किया, उन्होंने मुझे प्रतिबंधित कर दिया. वहीं सांप्रदायिक टिप्पणी करने वालों के खिलाफ चुनाव आयोग ने कोई कार्रवाई नहीं की.' ममता ने नाम लिए बिना कहा कि वहां एक व्यक्ति बैठा है, जो प्रशासन को केवल परेशान कर रहा है.
वरना 30 सीटें भी न जीत पाते
बनर्जी ने आगे कहा, 'यदि चुनाव आयोग ने उनकी मदद नहीं की होती तो वे 30 सीटें भी नहीं जीत पाते. मैं आज बंगाल के सामने सिर झुकाती हूं, जिसने हमें जनादेश दिया. मैं विधान सभा अध्यक्ष को बधाई देती हूं कि उन्होंने पहले भी बहुत अच्छा काम किया और आगे भी वह संविधान का पालन करेंगे. पश्चिम बंगाल की विधान सभा का एक इतिहास और परंपरा है. इसने सती प्रथा को खत्म किया था. आज युवा पीढ़ी ने हमें वोट दिया है और यह हमारे लिए एक नई सुबह है. हम उन लोगों के ऋणी हैं जिन्होंने लंबी कतारों में खड़े होकर हमें फिर से सत्ता में भेजा.'
चुनाव आयोग को सुधार की जरूरत
बनर्जी ने चुनाव आयोग को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि चुनाव आयोग को तुरंत सुधार की आवश्यकता है. बंगला में रीढ़ है और यह कभी नहीं झुकती है. यहां कई मंत्री आए और विमानों-होटलों पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए.