धनपुर (त्रिपुरा): त्रिपुरा के सिपाहीजाला जिले का धनपुर विधानसभा क्षेत्र इस बार के विधानसभा चुनाव में लाल और भगवे झंडे के बीच चुनावी युद्ध भूमि बना हुआ है. यह विधानसभा क्षेत्र बांग्लादेश से लगता हुआ है और यह मुख्यमंत्री माणिक सरकार का घरेलू चुनावी मैदान है. मुख्यमंत्री इस बार 18 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव में लगातार पांचवीं बार यहां से जीत की आशा लगाए हुए हैं.


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कांग्रेस के साथ ही बीजेपी से भी मिल रही है चुनौती
इस बार सरकार की पार्टी माकपा न केवल अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के खिलाफ संघर्ष कर रही है बल्कि तेजी से राज्य में अपनी पकड़ बना रहे बीजेपी के खिलाफ भी संघर्ष कर रही है. भाजपा ने यहां से राज्य महासचिव प्रतिमा भौमिक को अपना उम्मीदवार बनाया है. यह दूसरी बार है जब प्रतिमा सरकार के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं. उन्होंने साल 1998 में यहां से चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें जीत नहीं मिली थी. कांग्रेस ने यहां पूर्व मंत्री लक्ष्मी नाग को अपना उम्मीदवार बनाया है.


त्रिपुरा में गनतंत्र नहीं गणतंत्र चाहिए- शांति बाजार में चुनावी रैली में बोले पीएम मोदी


पीएम मोदी ने साधा सरकार पर निशाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ फरवरी को एक रैली के दौरान मतदाताओं से कहा था कि वह मणिक को उखाड़ फेंके (माणिक सरकार) और ‘हीरा’ चुनें. उन्होंने यहां हीरा (एच फॉर हा‍इवेज, आई फॉर इंटरनेटवे, आर फॉर रोडवेज और ए फॉर एयरवेज) के लिए कहा था. पीएम मोदी ने  गुरुवार (15 ) को आरोप लगाया कि त्रिपुरा में कम्युनिस्टों के शासन में विकास ठीक उसी तरह से रुक गया है, जैसे लाल बत्ती पर यातायात रुक जाता है. उन्होंने कहा राज्य तभी तरक्की करेगा, जब लाल (कम्युनिस्ट) को सत्ता से बेदखल किया जाएगा. उन्होंने कहा कि कम्युनिस्टों ने राज्य में लोकतंत्र को नष्ट कर दिया और उसे एकपक्षीय समाज बना दिया, जिसे बदलने की जरुरत है.


(इनपुट - भाषा)