नई दिल्ली : मणिपुर में सेना के जवानों पर हुए हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) करेगी। गृह मंत्रालय ने शनिवार को इस बारे में अधिसूचना जारी की। मणिपुर के चंदले जिले में चार जून को उग्रवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में 18 जवान शहीद जबकि 11 घायल हो गए। हमले के बाद सुरक्षा बल इलाके में सघन तलाशी अभियान चला रहे हैं।


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असम राइफल्स के सूत्रों ने कहा कि पारालांग, चारोंग, मोलटुह और अन्य इलाकों में उग्रवादियों का पता लगाने के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। दो दशक में सेना के जवानों पर किया गया यह सबसे बड़ा हमला था जिसमें लैंडमाइन, रॉकेट चालित ग्रेनेड और स्वचालित हथियारों का प्रयोग हुआ।


घात लगाकर किए गए इस हमले में सेना के 17 जवान और एक संदिग्ध उग्रवादी मारा गया। सूत्रों ने यहां बताया, ‘हमले में मारे गए सेना के सभी जवानों के शवों की पहचान कर ली गई है।’ सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग ने शुक्रवार को चंदेल जिले में हमले की जगह का निरीक्षण किया।


जनरल ने अभियान के लिए योजना बनाने और भविष्य की कार्रवाईयों को लेकर सेना और असम राइफल्स के अधिकारियों के साथ संक्षिप्त चर्चा की। नगा उग्रवादी संगठन एनएससीएन (खापलांग) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। केंद्र ने मार्च में इस संगठन के साथ संघर्षविराम रद्द कर दिया था।


(एजेंसी इनपुट के साथ)