Manipur Violence: मणिपुर के इंफाल में शनिवार को दो सशस्त्र समूहों के बीच हुई फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई. इंफाल ईस्ट के कांगपोकपी और उखरुल जिलों में भारी गोलीबारी हुई. सुबह 8 बजे से देर शाम तक लगातार फायरिंग होती रही. गोली का शिकार हुए दो कुकी उपद्रवियों की मौत हो गई. हिंसा प्रभावित जिलों में भारी फोर्स की तैनाती की गई है.


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मणिपुर में फिर भड़की हिंसा


इंफाल के थौबल जिले के हेरोक और टेंग्नौपाल के बीच दो दिनों की गोलीबारी के बाद, मोइरंगपुरेल में स्थिति और खराब हो गई. जहां कांगपोकपी और इंफाल ईस्ट के हथियारबंद बदमाशों के बीच हिंसक झड़प हुई. स्थानीय लोगों के अनुसार संघर्ष कुकी उपद्रवियों द्वारा भड़काया गया था. आरोप है कि कुकी उपद्रवियों ने अपनी बस्ती के पास बंकर बनाए थे, जिसके कारण गांव के मैती समाज के लोगों ने जवाबी कार्रवाई की. 


पुलिस वाहन पर भी फायरिंग


यहां तक कि मणिपुर पुलिस की गाड़ियां भी स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मौके पर पहुंची तो उनके ऊपर भी फायरिंग हुई. हालात बिगड़ते देख हिंसा वाली जगहों पर भारी फोर्स की तैनाती की गई. फोर्स की कार्रवाई के बाद हिंसा में शामिल उपद्रवी तितर-बितर हो गए. घटना के बाद से कंगपोकपी, उखरुल और इंफाल ईस्ट के त्रि-जंक्शन के आसपास के इलाके में तनाव अभी भी बना हुआ है.


पिछले साल तीन मई से बिगड़े हालात


राज्य में पिछले साल तीन मई को शुरू हुए जातीय संघर्ष के बाद से कम से कम 219 लोग मारे गए हैं. मेइती समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा दिये जाने की मांग के खिलाफ पर्वतीय जिलों में ‘जनजातीय एकजुटता मार्च’ के बाद राज्य में हिंसा भड़क गई थी.