Swara Bhaskar Marriage: बॉलीवुड अभिनेत्री स्वरा भास्कर और समाजवादी पार्टी के युवा नेता फहद अहमद की शादी के चर्चे सोशल मीडिया पर थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. इस बीच बरेली के मौलाना ने इस शादी को जायज मानने से इनकार कर दिया है. उनका कहना है कि स्वरा के इस्लाम धर्म स्वीकार करन के बाद ही यह शादी जायज मानी जाएगी.


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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दरगाह आला हजरत के प्रचारक मौलाना शहाबुद्दीन ने यह बयान दिया है. उन्होंने कहा कि शरीयत इस्लामिया का नजरिया है और हुकुम है कि अगर लड़की गैर मुस्लिम है और लड़का यदि मुसलमान है तो लड़की के इस्लाम कबूल किए बिना यह शादी कुरान और हदीस की रोशनी में जायज नहीं है. लड़की हो या लड़की पहले इस्लाम कबूल करना होगा, उसके बाद ही शादी जायज मानी जाएगी.


बती दें स्वरा भास्कर ने गुरुवार (16 फरवरी) को घोषणा की कि उन्होंने फहद अहमद के साथ शादी कर ली है. एक्ट्रेस ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर अहमद को टैग करते हुए इस बात की जानकारी साझा की. फहद अहमद समाजवादी पार्टी की युवा शाखा ‘समाजवादी युवजन सभा’ के प्रदेश अध्यक्ष हैं. 


स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत की शादी
बता दें स्वरा और फहद ने भी विशेष विवाह अधिनियम या स्पेशल मैरिज एक्ट 1954 के तहत यह शादी की है.


स्वारा भास्कर ने इस एक्ट की तारीफ में एक ट्वीट भी किया. उन्होंने लिखा, 'स्पेशल मैरिज एक्ट के लिए तीन चियर्स, कम से कम यह मौजूद है और प्यार का मौका देता है, प्यार का अधिकार देता है, अपने लाइफ पार्टनर को चूज़ करने का अधिकार देता है, शादी का अधिकार देता है.'


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