Religion Conversion: देश में मुगल राज खत्म हुए करीब पौने तीन सौ साल गुजर चुके हैं. इसके बावजूद कई लोगों की आंखों में गजवा-ए-हिंद यानी भारत को पूरी तरह मुस्लिम मुल्क बनाने का सपना अब भी मरा नहीं है. अरब देशों से आ रही फंडिंग के सहारे वे लोगों को गुमराह करने और उन्हें इस्लाम में कन्वर्ट (Religion Conversion) करने के काम में शिद्दत से लगे हुए हैं. यूपी पुलिस ने ऐसे ही एक नेक्सस का खुलासा किया है. पुलिस ने प्रयागराज में गंगा-यमुना के संगम तट पर लगे माघ मेले (Magh Mela 2023) में चोरी छुपे इस्लामिक साहित्य बेचने के आरोप में 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. 


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मदरसे का मौलाना चला रहा था कन्वर्जन रैकेट


पुलिस (Prayagraj Police) के मुताबिक गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों का सरगना प्रयागराज के एक मदरसे का शिक्षक है. उसने पहले दो हिंदू युवकों को अपने झांसे में लेकर उन्हें इस्लाम कबूल (Religion Conversion) करवाया. इसके बाद उनके जरिए माघ मेले (Magh Mela 2023) में स्टाल लगवाकर इस्लाम अपनाने के फायदों की किताबें बंटवा रहा था. अधिकारियों के मुताबिक इस मामले में बीजेपी एमएलसी निर्मला पासवान ने शिकायत की थी, जिसके बाद पुलिस की टीम ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. 


दुबई से मिल रही थी मौलाना को फंडिंग


अधिकारियों ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के पास से बड़ी संख्या में इस्लामिक किताबों समेत अन्य कूट रचित किताबें बरामद हुई हैं. पुलिस की शुरुआती जांच पड़ताल में पता चला है कि गिरफ्तार अभियुक्त मौलाना महमूद हसन गाज़ी ने ऐसी किताबें छपवा रखी थीं, जिनमें हिंदू धर्म ग्रंथों की गलत व्याख्या की गई थी. इन्हीं किताबों को हिंदू धार्मिक स्थलों समेत विभिन्न मेलों में बेचने का काम करता था, जिससे भ्रमित होकर लोग इस्लाम (Religion Conversion) से जुड़ सकें. इसके लिए उसे दुबई से फंडिंग भी होती थी. 


'इस्लाम जो कहता है, वही कर रहा हूं'


जांच में जुटे अधिकारियों (Prayagraj Police) के मुताबिक पकड़े गए मौलाना महमूद हसन गाज़ी लंबे समय से हिंदुओं का धर्म परिवर्तन (Religion Conversion) करवाकर मुस्लिम बनाने के खेल में शामिल है. वह इस बात को खुलकर कबूल भी करता है. पूछताछ में नैक्सस के सरगना मौलाना ने कहा कि वह वही कर रहा था, जो इस्लाम कहता है. उसने जो किया है, इसके लिए उसका उसे कोई पछतावा नहीं है. वह मौलाना है, उसे जो आइडिया आया वही काम कर रहा था. 


पुलिस ने तीनों आरोपियों को किया अरेस्ट


प्रयागराज के एडिशनल डीसीपी क्राइम सतीश चंद्र ने बताया कि गिरफ्तार मौलाना महमूद हसन गाजी, मोहम्मद मोनिश और समीर उर्फ नरेश को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है. कोर्ट से कस्टडी रिमांड लेकर तीनों आरोपियों से दोबारा पूछताछ की जाएगी. जिससे धर्मांतरण के इस पूरे खेल में शामिल अन्य अभियुक्तों को पकड़ा जा सके. अधिकारियों के मुताबिक इस मामले में विदेशों से हो रही फंडिंग पर गहनता से जांच पड़ताल की जाएगी. जो लोग भी इस रैकेट में शामिल होंगे, उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा. 


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