नई दिल्ली. बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने पार्टी के नेशनल कॉर्डिनेटर जय प्रकाश सिंह को राहुल गांधी के बारे में दिए गए बयान के कारण पद से हटा दिया है. मायावती ने कहा, 'मुझे पता चला है कि बीएसपी के नेशनल कॉर्डिनेटर जय प्रकाश सिंह ने बीएसपी की विचारधारा के खिलाफ बात कही है और दूसरे दलों के नेताओं के बारे में निजी टिप्पणी की हैं. ये उनकी निजी राय है. इसलिए उन्हें अपने पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है.'


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इससे पहले जय प्रकाश सिंह ने कहा था कि 'राहुल गांधी अपने पिता से अधिक अपने मां जैसे दिखते है और सोनिया जी विदेशी मूल की है. इसलिए राहुल जी कभी प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं हो सकते है.' उन्होंने ये भी कहा कि मौजूदा वक्त की मांग है कि मायावती प्रधानमंत्री बनें. मायावती दबंग नेता हैं और वो ही पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से टक्कर ले सकती हैं. 


मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में जब तक पार्टी किसी औपचारिक गठबंधन की घोषणा नहीं करती है, तब तक पार्टी के नेताओं को आदेश दिया गया है कि वो किसी भी स्तर पर गठबंधन के बारे में कुछ न बोलें. उन्हें ये बात हाईकमान के ऊपर छोड़ देनी चाहिए.


मीडिया में ये खबर आने के तुरंत बाद बीजेपी के तरफ से विपक्षी दलों पर हमला बोला गया और पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि विपक्षी एकता का सिर्फ एक मकसद है किसी भी तरह से प्रधानमंत्री की कुर्सी हासिल करना. इसके अलावा उनमें एकता जैसा कुछ नहीं. विपक्षी दल बीजेपी को रोकने के लिए मिलकर चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं, और ऐसे में जय प्रकाश सिंह का बयान उनके लिए बड़ी दिक्कत पैदा कर सकता था.


मामले की गंभीरता को देखते हुए मायवती ने तुरंत कार्रवाई की और उन्हें पार्टी के पद से हटाने की घोषणा कर दी. इसके बावजूद ऐसे बयानों से विपक्षी एकता की कोशिशों को झटका जरूर लगेगा और भाजपा इसे एक हथियार की तरह इस्तेमाल करेगी.