नई दिल्ली: कोरोना महामारी के बीच दो राज्यों में सुअरों की असामान्य की असामान्‍य तरीके से होने वाली मौतों ने चिंता बढ़ा दी है. इस बीच, मेघालय सरकार ने तत्काल प्रभाव से सुअरों के आयात पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है. असम के धेमाजी, उत्तरी लखीमपुर, बिश्वनाथ, डिब्रूगढ़, शिवसागर और जोरहाट जिलों के साथ ही अरुणाचल प्रदेश के कुछ जिलों में सुअरों की असामान्य तरीके से मौत के मामले सामने आये हैं. जिसके बाद सरकार ने अन्य राज्यों से सुअरों के आयात पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पशु चिकित्सा विभाग के प्रमुख सचिव एसपी अहमद द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है कि सभी सरकारी, निजी पिग फार्म और इस कार्य लगे किसानों को स्वच्छता और जैव सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त उपाय करने चाहिए. जैसे कि फार्म और उपकरणों की कीटाणुशोधन और किसी भी बाहरी व्यक्ति के प्रवेश को प्रतिबंधित करना. इसके अलावा सुअरों में तेज बुखार के लक्षण और किसी भी असामान्य गतिविधि के बारे में तुरंत जिला अधिकारियों को सूचित करना चाहिए.


वहीं, उपमुख्यमंत्री प्रस्टोन तिनसॉन्ग ने कहा कि दो राज्यों में सुअरों की मौत के मामले सामने आये हैं. संभावित रूप से किसी फ्लू के चलते उनकी मौत हुई है, हालांकि जांच परिणाम आने के बाद ही मौत के कारणों के बारे में सही से कुछ कहा जा सकता है. लोगों से न घबराने की अपील करते हुए तिनसॉन्ग ने कहा कि सुअरों के आयत पर प्रतिबंध लगाया गया है. लिहाजा राज्य के सुअरों के मांस का सेवन किया जा सकता है, लेकिन मांस को कम से कम 30 मिनट तक पकाना जरूरी है. उन्होंने आगे कहा कि सभी जिलों को सतर्क कर दिया गया है और पशुपालन और पशु चिकित्सा विभाग द्वारा सरकारी और निजी दोनों तरह के पिग फार्म पर निगरानी रखने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं, ताकि समय रहते बीमारी को फैलने से रोका जा सके.