Mini Skirt Indian Fashion: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) आज नेशनल क्रिएटर्स अवॉर्ड 2024 (National Creators Award 2024) कार्यक्रम में पहुंचे और वहां देश के टॉप क्रिएटर्स को अवॉर्ड दिए. इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने मिनी स्कर्ट (Mini Skirt) पर होने वाली बहस को खत्म कर दिया. अक्सर आपने लोगों को लड़कियों के कपड़ों पर बहस करते हुए सुना होगा. मिनी स्कर्ट की लंबाई कितनी होनी चाहिए, इस पर चर्चा करते हुए देखा होगा. ज्यादातर लोग मिनी स्कर्ट को पश्चिम की सभ्यता का बताते हैं. लेकिन अब पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि मिनी स्कर्ट पहनना और हाथ में पर्स लेकर चलना भारतीय फैशन ही है. इसका सबूत सैकड़ों साल पुराना है. आइए जानते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिनी स्कर्ट को भारतीय फैशन क्यों कहा?


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कहां है मिनी स्कर्ट के फैशन वाला सबूत?


पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया कि अगर आप कोर्णांक मंदिर जाएंगे तो देखेंगे कि वहां की दीवारों पर महिलाओं की आकृति उकेरी गई हैं. मूर्तिकार ने जब उसे बनाया तो महिला को मिनी स्कर्ट पहने हुए और हाथ में पर्स लिए हुए बनाया. पीएम मोदी ने कहा कि उस समय जब मूर्तिकार ने मिनी स्कर्ट के साथ वो आकृतियां बनाईं तो इसका मतलब है कि उसे मिनी स्कर्ट और पर्स के बारे में पता था. तब की महिलाएं मिनी स्कर्ट पहनती होंगी. पर्स लेकर चलती होंगी.


750 साल पहले भारत में पहनी जाती थी मिनी स्कर्ट


जान लें कि कोर्णांक मंदिर ओडिशा के जगन्नाथ पुरी में है. यह सूर्य भगवान का मंदिर है. इसे 13वीं शताब्दी में बनाया गया था. जैसा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया कि अगर कोर्णांक मंदिर की दीवारों पर महिलाओं की आकृति मिनी स्कर्ट पहने हुए और हाथ में पर्स लिए हुए है. तो ये साफ हो जाता है कि मिनी स्कर्ट भारत में उससे 750 साल पहले से पहनी जा रही है.


किसे मिला हेरिटेज फैशन आईकॉन अवॉर्ड?


जान लें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिनी स्कर्ट और पर्स के भारतीय फैशन होने के बात जाह्नवी सिंह को हेरिटेज फैशन आईकॉन अवॉर्ड देते समय बताई. जाह्नवी सिंह अपने वीडियोज के जरिए भारतीय संस्कृति के कपड़ों जैसे साड़ी और अन्य तरह के कपड़ों को प्रमोट करती हैं.