नई दिल्ली: लद्दाख में तनातनी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का इसी महीने तीन बार दुनिया के अलग-अलग और महत्वपूर्ण मंचो पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आमना-सामना हो सकता है. शंघाई शिखर वार्ता से इन मुलाकातों का सिलसिला शुरू होगा. 10 नवंबर को SCO के मंच पर मुलाकात निर्धारित है. वहीं 17 नवंबर की ब्रिक्स शिखरवार्ता के दौरान दोनों नेता आमने सामने होंगे. सबसे आखिर में 21 से 22 नवंबर तक चलने वाली G20 summit में भी भारतीय पीएम और चीनी राष्ट्रपति का आमना-सामना हो सकता है. 


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रूस ब्रिक्स और एससीओ समिट के दौरान आयोजन की अध्यक्षता करेगा. वहीं G-20 समिट की शुरुआत रियाद की ओर से की जाएगी.


सीमा पर तनाव के बीच पहला मौका
यह पहला मौका होगा जब दोनों नेता सीमा तनाव के बीच एक साथ होंगे. 15 जून की गलवान घटना के बाद दोनों देशों के बीच के रिश्तों में कटुता आई है. गौरतलब है कि तब देश के 20 जवान शहीद हुए थे लेकिन चीन का भी बहुत बड़ा नुकसान हुआ था, उसने आज तक गलवान में मारे गए अपने चीनी सैनिकों की जानकारी गोपनीय ही रखी है.


भारत और चीन के बीच उच्च-स्तरीय मुलाकात हो चुकी है. कोरोना काल में सोशल डिस्टेंसिंग के लिए इस बार सभी आयोजन वर्चुअल मोड पर हो रहे हैं. इस साल की शुरुआत में, सऊदी अरब ने महामारी से निपटने के लिए संयुक्त रूप से जी 20 के साथ काम करने का ऐलान किया था. 


समिट का महीना है नवंबर
SCO, BRICS और G-20 के अलावा इसी महीने 13 से 15 नवंबर के बीच आसियान वर्चुअल समिट भी आयोजित होगी. वहीं  SCO के सहयोगी सदस्य 30 नवंबर को मुलाकात करेंगे. आसियान की अध्यक्षता वियतनाम करेगा, तो एससीओ की मेजबानी नई दिल्ली द्वारा की जाएगी और इसके प्रोटोकॉल के तहत पाकिस्तान और चीन को भी आमंत्रण दिया जाएगा.


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