नई दिल्ली: संसद के मॉनसून सत्र (Parliament Monsoon Session 2021) का आज दूसरा दिन है और पहला दिन विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ने के बाद दूसरे दिन अहम मुद्दों पर चर्चा की उम्मीद जताई जा रही है. विपक्षी दलों में कोविड-19 की स्थिति पर चर्चा के लिए सहमति बन गई है और दोपहर 2 बजे राज्य सभा में इस अहम मुद्दे पर चर्चा होगी. इसी बैठक में ये तय होगा कि पीएम मोदी द्वारा बुलाई गई कोरोना प्रेजेंटेशन में विपक्ष शामिल होगा या नहीं.


राज्य सभा में विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष का हंगामा


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इजरायली स्पाइवेयर पेगासस के जरिए राजनीतिज्ञों, पत्रकारों सहित कई प्रमुख हस्तियों की कथित तौर पर जासूसी किए जाने के मुद्दे पर कांग्रेस सहित विभिन्न दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण मंगलवार को राज्य सभा की बैठक शुरू होने के कुछ ही देर बाद स्थगित कर दी गई. हंगामे की वजह से उच्च सदन में शून्यकाल नहीं हो पाया.


ये भी पढ़ें- सरकार पर सवाल उठाने वालों को PM Modi का करारा जवाब, BJP सांसदों को दिया खास मंत्र


कांग्रेस के आनंद शर्मा ने उठाया जासूसी का मुद्दा


सदन की बैठक शुरू होने पर कांग्रेस के आनंद शर्मा (Anand Sharma) ने पेगासस के जरिए कथित जासूसी का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा एक गंभीर मुद्दा है और इस पर तत्काल चर्चा होनी चाहिए, इसलिए उन्होंने उच्च सदन में नियत कामकाज रोक कर इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए नियम 267 के तहत एक नोटिस दिया है.


सभापति ने की शून्यकाल चलने देने की अपील


सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि वह मुद्दे की गंभीरता को समझते हैं और नोटिस पर विचार करने के बाद व्यवस्था देंगे. इस दौरान विपक्षी दलों के सदस्यों ने पेगासस के साथ-साथ अन्य मुद्दों पर हंगाना शुरू कर दिया. सभापति ने शून्यकाल चलने देने की अपील करते हुए कहा, 'आज 15 सदस्यों ने, कल 17 सदस्यों ने अलग अलग मुद्दों पर नोटिस दिए. आसन नियम 267 के तहत दिए गए कितने नोटिस पर विचार करेगा? आपको उन सदस्यों को मौका देना चाहिए, जिन्होंने शून्यकाल के तहत अपने-अपने मुद्दे उठाने के लिए नोटिस दिए हैं.'


लाइव टीवी