IIM Survey on Mann Ki Baat: इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) रोहतक ने मन की बात कार्यक्रम पर एक सर्वे किया है. इसमें सामने आया कि देश में 96 फीसदी लोगों को मन की बात कार्यक्रम की जानकारी है. 23 करोड़ लोग हमेशा मन की बात कार्यक्रम सुनते हैं. सर्वे में उत्तर-पश्चिम, पूर्व-दक्षिण क्षेत्र से डेटा जमा किया गया है. करीब 17.6 प्रतिशत लोग मन की बात कार्यक्रम रेडियो पर सुनते हैं. 44.7 प्रतिशत लोग टेलीविजन पर मन की बात कार्यक्रम देखते हैं. 37.6 प्रतिशत लोग मोबाइल पर मन की बात कार्यक्रम देखते हैं. 65 प्रतिशत लोग हिंदी में मन की बात सुनते हैं जबकि 18 फीसदी अंग्रेजी में सुनते हैं. आईआईएम के सर्वे में कई अहम सवालों के जवाब सामने आए हैं. करीब 100 करोड़ नागरिक ऐसे हैं, जिन्होंने एक बार इस प्रोग्राम को सुना है. जबकि 23 करोड़ लोग नियमित रूप से मन की बात कार्यक्रम को सुनते हैं.


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सर्वे में क्या सामने आया?


सर्वे में सामने आया कि कार्यक्रम के जरिए करीब 60 प्रतिशत लोगों में राष्ट्रनिर्माण के कामों में योगदान का जज्बा पैदा हुआ है. वहीं 63 फीसदी लोग यह मानते हैं कि सरकार को लेकर उनका मिजाज पॉजिटिव हुआ है. 59 लोग कहते हैं कि सरकार पर उनका भरोसा बढ़ा है. वहीं 73 परसेंट लोग देश के विकास और सरकार के कामों को लेकर आशावादी नजर आए. 55 परसेंट लोगों ने कहा है कि वह राष्ट्र के लिए एक जिम्मेदार नागरिक बनेंगे. 


30 अप्रैल को मन की बात कार्यक्रम का 100वां एपिसोड रिलीज होगा. इस सर्वे में ऐसे लोगों से राय ली गई थी, जिनकी उम्र 15 साल या उससे ज्यादा है. 19 से 34 साल की उम्र वाले 62 परसेंट लोग मोबाइल पर मन की बात कार्यक्रम देखते या सुनते हैं. वहीं 3.2 फीसदी लोग जो 60 साल से ज्यादा उम्र के बैंद, वह टीवी पर मन की बात कार्यक्रम को देखते हैं. इस सर्वे में 10,003 लोगों को शामिल किया गया था, जिसमें 60 फीसदी पुरुष और 40 फीसदी महिलाएं शामिल थीं. 


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